दोस्तों इस आर्टिकल के माध्यम से हम तिरुपति बालाजी मंदिर यात्रा की संपूर्ण जानकारी के बारे में विस्तार से जानने वाले है जिसमे तिरुपति बालाजी का इतिहास, रहस्य, कहानी, तिरुपति कैसे जाएं, तिरुपति जाने का सही समय, तिरुपति का प्रसिद्ध भोजन और तिरुपति में घूमने की जगह आदि शामिल हैं।
तिरुपति बालाजी मंदिर भारत के आंध्रप्रदेश राज्य के चितूर जिले में स्थित है जो हिंदुओ की धार्मिक आस्था का बहुत ही पवित्र और प्रसिद्ध स्थान है। तिरुमाला की पहाड़ियों पर स्थित यह मंदिर हिंदुओ के आराध्य भगवान विष्णु के अवतार श्री वेंकटेश्वर जी को समर्पित है। तिरुपति बालाजी मंदिर भारत का सबसे अमीर मंदिर है
जहां पर हर महीने लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं पूरे साल यहां पर भक्तों का तांता लगा रहता है। कहा जाता है कि जो भी सच्चे मन से यहां पर प्रार्थना करता है भगवान तिरुपति बालाजी उनकी मनोकामना जरूर पूरी करते हैं। तो आइए दोस्तो तिरुपति बालाजी मंदिर यात्रा की संपूर्ण जानकारी के हर बिंदु पर विस्तार से जानते हैं।
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तिरुपति बालाजी मंदिर का इतिहास और कहानी
तिरुपति बालाजी मंदिर भारत का सबसे लोकप्रिय मंदिर होने के साथ-साथ दुनिया के सबसे अमीर मंदिरो में से एक है जो कि समुद्र तल से 3200 फिट की ऊंचाई पर स्थित है। इस मंदिर को टेंपल ऑफ 7 हिल्स के नाम से भी जाना जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार कहा जाता है कि कलयुग के दौरान भक्तो को आशीर्वाद देने के लिए भगवान स्वयं धरती पर अवतरित हुए थे।
एक बार महान ऋषि भृगु यह जानना चाहते थे कि 3 पवित्र देवताओं में सबसे बड़े कौनसे देवता हैं। कथानुसार कहा जाता है कि महर्षि भृगु एक बार भगवान विष्णु के धाम बैकुंठ पधारे थे और आते ही शेष शय्या पर योग निद्रा में लेटे भगवान विष्णु की छाती पर लात मारी तब भगवान विष्णु ने तुरंत महर्षि भृगु के चरण पकड़ लिए थे और ऋषिवर से पूछने लगे की आप के पैर में चोट तो नही लगी
परन्तु देवी लक्ष्मी को महर्षि भृगु का यह व्यवहार बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा और भगवान विष्णु द्वारा महर्षि भृगु को कोई भी दंड नहीं देने के कारण देवी लक्ष्मी नाराज हो गए नाराजगी इतनी हो गई की वो बैकुंठ छोड़कर चले गए। तब भगवान विष्णु ने देवी लक्ष्मी को ढूंढना शुरू किया तब भगवान विष्णु को पता चला की देवी लक्ष्मी ने पृथ्वीलोक पर पद्मावती नामक कन्या के रूप में जन्म लिया है
तब भगवान विष्णु भी अपना रूप बदल कर पृथ्वीलोक पर पद्मावती के पास में पहुंच गए और भगवान ने पद्मावती के सामने विवाह का प्रस्ताव रखा जिसको देवी ने स्वीकार कर लिया। परन्तु अब विवाह में खर्च होने वाला धन कहा से लेकर आए इस समस्या के समाधान के लिए भगवान विष्णु ने शिव जी और ब्रह्मा जी को साक्षी मानकर धन के देवता कुबेर से काफी सारा धन कर्ज लिया था
और उस धन से भगवान विष्णु के वेंकटेश रूप और देवी लक्ष्मी के पद्मावती रूप का विवाह संपन्न हुआ। विवाह के बाद भगवान तिरुमाला की पहाड़ियों पर रहने लगे। कुबेर से कर्ज लेते समय भगवान ने वचन दिया की कलयुग के अंत तक वह उनका सारा कर्ज चुका देंगे। भगवान के कर्ज में डूबे होने के मान्यता के कारण श्रद्धालु यहां पर काफी सारा धन दौलत भेंट करते हैं ताकि भगवान कर्ज से मुक्त हो जाए।
तिरुपति बालाजी मंदिर यात्रा की संपूर्ण जानकारी
तिरुपति बालाजी के रहस्य
हम यहां तिरुपति बालाजी के ऐसे 7 रहस्य के विषय में बात करेंगे जिनके बारे में आप जानकर हेरान परेशान हो जाएंगे। यहां के सारे रहस्य का जवाब वैज्ञानिकों के पास भी नहीं है, आइए शुरू करते हैं।
1 – मूर्ति पर लगे बाल असली है
भगवान वेंकटेश्वर स्वामी की मूर्ति पर लगे बाल कभी नहीं उलझते वह हमेशा मुलायम रहते हैं ऐसा क्यों होता है इसका जवाब वैज्ञानिकों के पास भी नहीं है।
2 – कई सालों से बिना तेल का जलता दिया
मंदिर के गर्भगृह में एक दीपक जलता है आपको जानकर हैरानी होगी यह दीपक कई सालों से ऐसे ही जल रहा है वह भी बिना तेल के। यह बात काफी ज्यादा हैरान करने वाली है ऐसा क्यों है इसका जवाब आज तक किसी के पास नहीं है
3 – मूर्ति को पसीना आता है
मंदिर का गर्भगृह को ठंडा रखा जाता है पर फिर भी मूर्ति का तापमान 110 फॉरेनहाइट रहता है जो कि काफी रहस्यमई बात है और उससे भी बड़ी रहस्यमई की बात यह है कि भगवान की मूर्ति को पसीना भी आता है जिसे समय-समय पर पुजारी पोछते रहते हैं।
4 – समुद्र की लहरों की आवाज
भगवान वेंकटेश्वर की मूर्ति के कानों के पास अगर ध्यान से सुना जाए, तो समुद्र की लहरों की आवाज आती है। यह भी काफी विचित्र बात है।
5 – मूर्ति बीच में है या दाई ओर है
जब आप मूर्ति को गर्भगृह के बाहर से देखेंगे तो आपको दाई और दिखेगी और जब आप गर्भगृह के अंदर से देखेंगे तो आपको मूर्ति मध्य में दिखेगी।
6 – विशेष गांव से आता है फूल
तिरुपति बालाजी मंदिर से करीब 23 किलोमीटर दूर एक गांव पड़ता है इसी गांव से मंदिर के लिए फूल, फल, घी आदि जाता है इस गांव में बाहरी व्यक्ति का प्रवेश पर प्रतिबंध है और इस गांव के लोग काफी पुरानी जीवन शैली का उपयोग करते हैं।
7 – पचाई कपूर भी बेअसर है
पचाई कपूर एक खास तरह का कपूर होता है जिसे पत्थर पर लगाने पर पत्थर कुछ टाइम बाद चटक जाता है मगर इस कपूर को भगवान की मूर्ति पर लगाया जाता है और इस मूर्ति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
तिरुपति बालाजी मंदिर यात्रा की संपूर्ण जानकारी
तिरुपति बालाजी में बाल क्यों देते हैं
कहा जाता है कि बुराइयों और पापों से मुक्ति पाने के लिए लोग यहां पर अपने बाल छोड़ कर जाते हैं तथा यहां पर बालों के दान करने से भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी प्रसन्न होते हैं जिसकी वजह से लक्ष्मी जी कृपा सदैव उन पर बनी रहती है और कई परेशानियों से छुटकारा मिलता है रोजाना यहां पर हजारों श्रद्धालु बालों का दान करते हैं।
तिरुपति बालाजी में बाल दान करने से पहले के नियम क्या है
अगर आप तिरुपति बालाजी में अपने बाल दान कर रहे हैं तो यहां पर बाल दान करने के पहले के कुछ नियम है जिनका पालन करना होता है। बालाजी के दर्शन करने से पहले आप को बाल दान करने होते हैं इसके लिए नाईयों द्वारा कोई भी शुल्क नहीं लिया जाता है
लेकिन अगर आप अपनी मर्जी से कुछ पैसे देना चाहते है तो दे सकते हैं। इसके अलावा मंदिर ऑथोरिटी से खुद ब्लेड लानी होती है इसके बाद आप को बाल कटवाने के लिए लाइन में लगना पड़ता है। बाल कटवाने के बाद स्नान कर के और कपड़े बदल कर के आप मंदिर में बालाजी के दर्शन करने जा सकते हैं।
तिरुपति बालाजी के दर्शन कैसे करें
अगर आप तिरुपति बालाजी जा रहे हैं तो अपने साथ में कोई भी आईडी प्रूफ जरूर लेकर जाएं जैसे आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड आदि। सबसे पहले तिरुपति बालाजी के दर्शन करने के लिए मंदिर के पास में काउंटर से ई-पास बनवाना होता है जो कि फ्री में बनता है। पास बनवाने के लिए किसी भी पहचान पत्र की जरूरत पड़ती है। इसके बाद मंदिर के पास में ही मौजूद पुष्करणी कुंड में स्नान करना पड़ता है इसके बाद बारहस्वामी का दर्शन करना होता है।
उसके बाद बालाजी के दर्शन करने के लिए लाइन में लगना पड़ता है। लाइन में लगने के बाद बालाजी के दर्शन करने के लिए कुछ घंटों का समय भी लग सकता है। वही दिवाली जैसे कुछ विशेष पर्वों पर दर्शन करने के लिए 1 से 2 दिन तक भी लाइन में लगना पड़ सकता है। लाइन में लगे लोगों के लिए ट्रस्ट की तरफ से समय समय पर खाने पीने की सुविधा मिलती रहती है और जगह जगह पर विश्राम की भी सुविधा हैं। अगर आप बालाजी के दर्शन करने के लिए लंबी लाइन से बचना चाहते है तो लगभग 3 महीने पहले ऑनलाइन पास बुक कर के जाएं।
तिरुपति बालाजी कब जाए – Best Visiting Time Tirupati Balaji In Hindi
वैसे तो आप पूरे साल में किसी भी समय तिरुपति बालाजी के दर्शन करने जा सकते हैं तिरुपति बालाजी के यहां पर पूरे साल ही भक्तो का तांता लगा रहता है लेकिन तिरुपति बालाजी जाने के सबसे अच्छे समय की बात करे तो वो सर्दियों का मौसम माना जाता है।
क्यू कि यहां पर हमेशा भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं और दर्शन करने के लिए लंबी लाइन में लगना पड़ता है और गर्मियों के मौसम में यहां पर काफी गर्मी पड़ती है जिसकी वजह से आप को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। अगर आप तिरुपति बालाजी जाने के लिए सर्दियों का मौसम चुनते हैं तो आप को गर्मी से परेशान नही होना पड़ेगा।
तिरुपति में कहां ठहरें
अगर आप तिरुपति बालाजी के यहां पर ठहरने की सोच रहे हैं तो आप की जानकारी के लिए बता दे कि यहां पर मंदिर ट्रस्ट की तरफ से सस्ते और काफी अच्छे रूम की सुविधा उपलब्ध है जिसका किराया 100 से 150 रुपए तक होता है। इसके अलावा अगर आप होटल में ठहरना चाहते हैं तो आप को इसके लिए बालाजी मंदिर से 23 किलोमीटर दूर तिरुपति शहर में ठहरना होगा।
तिरुपति बालाजी कैसे जाएं – How To Reach Tirupati Balaji In Hindi
तिरुपति बालाजी मंदिर भारत का बहुत ही पवित्र और प्रसिद्ध धार्मिक स्थल होने की वजह से तिरुपति भारत के विभिन्न हिस्सों से सड़क मार्ग, रेल मार्ग और वायु मार्ग से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है आप अपनी सुविधानुसार किसी भी मार्ग का चयन करके आसानी से तिरुपति बालाजी पहुंच सकते हैं।
ट्रेन से तिरुपति बालाजी कैसे जाएं – How To Reach Tirupati Balaji By Train In Hindi
अगर आप ट्रेन द्वारा तिरुपति बालाजी जाना चाहते हैं तो तिरुपति बालाजी के नजदीक रेणिगुंटा रेलवे स्टेशन प्रमुख रेलवे स्टेशन है जो की तिरुपति बालाजी मंदिर से 32 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह रेलवे स्टेशन कई प्रमुख शहरों से काफी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
यहां से रोड मार्ग द्वारा तिरुपति बालाजी मंदिर पहुंचने में लगभग 1 घंटा और 10 मिनट का समय लग सकता है। इस रेलवे स्टेशन के बाहर ही आप को हर थोड़ी देर में बस की सुविधा मिल जाएगी जिससे आप तिरुपति बालाजी पहुंच सकते हैं।
हवाई जहाज से तिरुपति बालाजी कैसे जाएं – How To Reach Tirupati Balaji By Flight In Hindi
अगर आप हवाई जहाज द्वारा तिरुपति बालाजी की यात्रा करना चाहते हैं तो तिरुपति का हवाई अड्डा भारत के कई प्रमुख शहरों से काफी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है जिससे आप हवाई जहाज द्वारा आसानी से तिरुपति बालाजी की यात्रा कर सकते हैं इस हवाई अड्डे के बाहर ही आप को टैक्सी की सुविधा मिल जाएगी जिससे आप अपने गंतव्य तक आराम से पहुंच सकते हैं।
सड़क मार्ग से तिरुपति बालाजी कैसे जाएं – How To Reach Tirupati Balaji By Road In Hindi
अगर आप सड़क मार्ग द्वारा तिरुपति बालाजी की यात्रा करना चाहते हैं तो तिरुपति सड़क मार्ग द्वारा भारत के विभिन्न राज्यों से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है जिससे आप सड़क मार्ग द्वारा आराम से तिरुपति बालाजी के दर्शन करने पहुंच सकते हैं। इसके अलावा तिरुपति के आस पास के शहरों से तिरुपति के लिए बसों की सुविधा भी मिल जाएगी।
तिरुपति में घूमने की जगह – Tirupati Tourist Places In Hindi
अगर आप तिरुपति बालाजी यात्रा के दौरान तिरुपति में घूमना चाहते हैं तो हम यहां पर आप को तिरुपति के प्रमुख पर्यटन स्थलों या तिरुपति बालाजी मंदिर यात्रा की संपूर्ण जानकारी के बारे में विस्तार से बताने वाले है। तिरुपति के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के बारे में विस्तार से जानने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े।
1. तिरुपति में घूमने की अच्छी जगह तिरुमला तिरुपति देवस्थानम गार्डन – Tirumala Tirupati Devasthanam Garden, Tirupati In Hindi
लगभग 450 एकड़ के विशाल भू भाग में फैला हुआ यह गार्डन तिरुपति का बहुत ही लोकप्रिय पर्यटन स्थल है यहां पर आप को कई प्रकार के फूलों की प्रजातियां देखने को मिल जाएगी। इसके अलावा इस गार्डन में कई टैंक और तालाब भी देखने को मिलते हैं। यहां का सुनहरा वातावरण पर्यटकों को बहुत पसंद आता है। भारी संख्या में पर्यटक इस गार्डन में घूमने आते हैं।
2. तिरुपति टूरिस्ट प्लेस पुष्करणी तीर्थ – Pushkarni Thirth, Tirupati In Hindi
पुष्करणी तीर्थ तिरुपति के प्रमुख लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में आता है पुष्करणी कुंड में स्नान करने के बाद ही तिरुपति बालाजी के दर्शन करने की प्रथा है। यह कुंड तिरुमला की चोटी पर स्थित है। इस कुंड के बारे में कहा जाता है कि भगवान विष्णु जी ने सर्वप्रथम पृथ्वी लोक पर इसी कुंड में स्नान किया था।
3. तिरुपति में घूमने की जगह तिरुपति तालाकोना झरना – Tirupati Talakona Watarfall, Tirupati In Hindi
तालाकोना झरना तिरुपति का बेहद खूबसूरत प्राकृतिक पर्यटन स्थल है जो की घने जंगल से घिरा हुआ है। यहां तक पहुंचने के लिए 2 किलोमीटर की ट्रैकिंग करनी होती है। यह झरना आंध्र प्रदेश के सबसे अधिक ऊंचाई वाले झरनों में से एक है जो की बहुत ही खूबसूरत दृश्य प्रस्तुत करता है।
झरने का पानी भी एकदम साफ सुथरा है। प्रकृति प्रेमियों के लिए यह झरना स्वर्ग से कम नहीं है। अगर आप प्राकृतिक जगहों पर घूमना पसंद करते हैं तो अपनी तिरुपति यात्रा के दौरान इस झरने को देखने जरूर जाएं।
4. तिरुपति के प्रमुख मंदिर श्री गोविंदा राज स्वामी मंदिर – Shri Govinda Raj Swami Temple, Tirupati In Hindi
यह मंदिर तिरुपति के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में आता है जहां पर काफी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने जाते हैं। तिरुपति बालाजी मंदिर की तरह ही यह मंदिर भी ऐतिहासिक और लोकप्रिय है। श्री गोविंदा राज जी को भगवान श्री वेंकटेश्वर जी का बड़ा भाई भी कहा जाता है। इस मंदिर परिसर की दीवारों पर भागवत गीता और रामायण की पंक्तियां भी लिखी हुई दिखाई देगी जो की बेहद आकर्षक दृश्य प्रस्तुत करती है।
5. तिरुपति में घूमने लायक जगह श्री वारी संग्रहालय – Shri Wari Museum, Tirupati In Hindi
तिरुपति मंदिर के कटार परिसर के सामने स्थित यह म्यूजियम 1.25 लाख वर्ग फिट के विशाल भू भाग में फैला हुआ है। इस संग्रहालय में वैष्णववाद, तिरुमाला की परंपराओं और हिंदू धर्म का एक खूबसूरत समृद्ध भंडार देखने को मिलता है। इस संग्रहालय में हजारों प्राचीन ऐतिहासिक चीजें मौजूद है जो प्राचीन समय को बयां करती है। अगर आप प्राचीन ऐतिहासिक चीजे देखना पसंद करते हैं तो यह संग्रहालय आप के लिए बहुत अच्छा विकल्प है।
6. तिरुपति में घूमने वाली जगह हिरण पार्क – Deer Park, Tirupati In Hindi
अगर आप हिरण देखना पसंद करते हैं तो यह पार्क आप के लिए बहुत अच्छा स्थान है यहां पर आप को कई हिरण के अलावा अन्य जीव भी देखने को मिल जाएंगे। यह एक प्राकृतिक पार्क है जिसको तिरुपति देवस्थानम के द्वारा बनाया गया हैं। इसके अलावा यहां का शान्त खूबसूरत और प्राकृतिक सुंदरता युक्त वातावरण पर्यटकों का मन मोह लेता है यह पार्क तिरुपति के सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में आता है।
7. तिरुपति के दर्शनीय स्थल श्री कालहस्त – Shri Kalahast, Tirupati In Hindi
अगर आप तिरुपति के आस पास घूमने की जगह की तलाश में हैं तो यह स्थान काफी अच्छा स्थान है जो की एक मंदिर शहर है जहां पर भगवान शिव को समर्पित खूबसूरत ऐतिहासिक प्राचीन मंदिर मौजूद है। यह स्थान तिरुपति शहर से 37 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अगर आप धार्मिक आस्था रखते हैं तो यह स्थान आप के लिए बहुत अच्छा है।
8. तिरुपति के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कपिला तीर्थम – Kapila Tirtham, Tirupati In Hindi
यह एक खूबसूरत झरना है जो शेषाद्री पहाड़ियों के तल पर मौजूद है यह स्थान तिरुपति बालाजी मंदिर से लगभग 23 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जो भारी संख्या में पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यह झरना कपिलेश्वर स्वामी मंदिर परिसर के अंदर एक बड़े तालाब में लगभग 110 फिट से भी अधिक ऊंचाई से पानी गिर रहा है
जो की बेहद आकर्षक दृश्य प्रस्तुत करता है। यहां पर स्थित मंदिर में पीतल शिवलिंग स्थापित है। यहां पर मौजूद तालाब में डुबकी लगाना बहुत पवित्र माना जाता है। मानसून के मौसम में इस झरने का दृश्य बहुत ही सुहावना होता है।
9. तिरुपति के प्रमुख धार्मिक स्थल कानिपकम विनायक मंदिर – Kanipakam Vinayak Temple, Tirupati In Hindi
यह मंदिर तिरुपति के सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में आता है इसकी सबसे खास बात यह है कि यह उन मंदिरो में से एक है जिसका निर्माण कार्य अभी तक पूरा नहीं हुआ हालाकि इसका निर्माण कार्य 11 वी शताब्दी के दौरान चोल राजवंश के शासनकाल के दौरान शुरू हुआ और निर्माण कार्य अभी भी जारी है। यहां तक की मंदिर के पीठासीन देवता की मूर्ति भी अभी तक पूरी नहीं बनी है अभी भक्त मूर्ति को पेट तक देख सकते हैं। मूर्ति अनंत वसंत के साथ एक कुएं में स्थित है।
10. तिरुपति में घूमने की जगह चंद्रगिरी – Chandragiri, Tirupati In Hindi
चंद्रगिरी तिरुपति के पास में स्थित खूबसूरत प्राचीन शहर है जो की तिरुपति से लगभग 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह स्थान विजयनगर साम्राज्य की चौथी राजधानी हुआ करता था। यहां पर एक खूबसूरत किला और 2 आकर्षक महल बने हुए हैं
जिसका निर्माण विजयनगर शासकों के द्वारा किया गया। यहां पर मौजूद किला एक विशाल चट्टान पर स्थित है जो बेहद आकर्षक दृश्य प्रस्तुत करता है। अगर आप तिरुपति की यात्रा कर रहे हैं तो चंद्रगिरी देखने भी जरूर जाएं।
तिरुपति बालाजी मंदिर यात्रा प्लान – Tirupati Balaji Temple Travel Plan
दोस्तों तिरुपति बालाजी का खूबसूरत मंदिर अच्छे से देखने और पूजा अर्चना करने के लिए आपके पास एक यात्रा प्लान होना आवश्यक है, क्योंकि यहां पर भीड़ अत्यधिक मात्रा में होती है, सबसे पहले आपको मंदिर में आ जाना है और यहां पर दर्शन के लिए बुकिंग करवा लेनी है, आपको टिकट लेनी पड़ती है और एक लंबी लाइन में खड़ा होना पड़ता है, जब आपकी बारी आएगी तो भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के खूबसूरत मंदिर के दर्शन कीजिए और भगवान बालाजी की आरती में शामिल होइए, अगर आप आरती के समय लाइन में लगते हैं तो आरती में शामिल होने के चांस बढ़ जाते हैं, इसके बाद आपको खूबसूरत मंदिर को अच्छे से निहारना चाहिए।
आपको सुभार्भत्य्म नामक सेवा को देखना चाहिए जो रोज सुबह होने वाली एक्टिविटी है, इसके बाद आपको पद्मावती के मंदिर में जाना चाहिए जो भगवान वेंकटेश्वर स्वामी की पत्नी मानी जाती है, पास में खूबसूरत पानी का झरना भी है, इसे भी जरूर देखना चाहिए, अगर आपके पास समय बचता है तो आसपास के स्थान में घूमने के लिए जा सकते है।
FAQs
1 – तिरुपति बालाजी मंदिर कौन से राज्य में है और किस जिले में है?
Ans – तिरुपति बालाजी मंदिर भारत के आंध्र प्रदेश राज्य के चित्तूर जिले में स्थित है।
2 – तिरुपति बालाजी कौन से भगवान है?
Ans – तिरुपति बालाजी भगवान विष्णु के अवतार है जिनको भगवान वेंकटेश्वर के नाम से जाना जाता है।
3 – तिरुपति बालाजी की यात्रा कितने दिन की होनी चाहिए?
Ans – कभी कभी तिरुपति बालाजी के यहां पर भक्तों की भारी भीड़ हो जाती है जिससे बालाजी के दर्शन करने के लिए 1 से 2 दिन तक लाइन में भी लगना पड़ सकता है और बालाजी के दर्शन करने के बाद तिरुपति में अच्छे से घूमने के लिए कम से कम 3 से 4 दिन का समय निकाल कर जाना चाहिए। इसलिए कम से कम तिरुपति बालाजी की यात्रा 5-6 दिन की होनी चाहिए।
Tirupati Balaji Temple In Hindi
तो दोस्तो इस आर्टिकल के माध्यम से हमने तिरुपति बालाजी मंदिर यात्रा की संपूर्ण जानकारी के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की हैं, उम्मीद करता हूँ आपको जानकारी पसंद आई होगी, इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।
जानकारी काफी रोचक थी और भृमण के दृष्टि से आवश्यक भी अच्छी तरह से ठीक ठीक जानकारी सरलता से प्राप्त हो गयी
धन्यवाद कुलदीप जी ऐसे ही हमारे साथ जुड़े रहें