बेलगाम भारत के कर्नाटक राज्य का एक जिला एवं प्रमुख शहर है। बेलगाम को बेलगांव, बेलगावी तथा बांसगांव जैसे अन्य नामो से भी जाना जाता है। बेलगांव प्राचीन इमारतो, मंदिरों, कलाकृतियां तथा प्राकृतिक दृश्यों की वजह से पर्यटकों के लिए हमेशा से एक आकर्षण का केंद्र है।
इस शहर को लगभग 12 वीं शताब्दी में रट्ट राजवंश द्वारा बसाया गया बताया जाता है। अतीत से जुड़ी बहुत सी चीजे यहां पर पाई जाती है, जिन्हें देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक यहां आते है। रट्ट राजवंश के बाद बेलगाम अन्य राजवंशों जैसे खिलजी राजवंश, विजयनगर साम्राज्य, बहमनी साम्राज्य, आदिलशाह, यादव राजवंश इत्यादि बहुत से राजवंशों के अधीन रहा है।
उन सभी साम्राज्यों की शिल्प कला तथा वास्तुकला आपको यहां देखने को मिलेगी। दोस्तों आगे इस लेख में हम बेलगाम में घूमने की बहुत सी प्रसिद्ध जगहों के बारे में बात करेंगे, जो पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण का केंद्र है।
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बेलगाम में घूमने की जगह – Belgaum Me Ghumne ki Jagah
दोस्तों बेलगाम में घूमने के लिए वैसे तो बहुत सी जगह है, पर आज इस आर्टिकल में हम बेलगाम में घूमने की 10 सबसे अच्छी जगह के बारे में आपको बताएंगे।
1. बेलगाम किला – Belgaum Fort
बेलगाम किले का निर्माण 13वीं शताब्दी में रता राजवंश के द्वारा करवाया गया था। यह किला बेलगाम पहाड़ी पर स्थित है, जो लंबे समय तक बेलगाम शहर की दुश्मनों से रक्षा करता आया है। इस किले के अंदर आपको बेलगाम प्रशासन करने वाले अलग-अलग राजवंशों की वास्तुकला और शिल्प कला देखने को मिलेगी। किले के अंदर एक प्राचीन दरगाह, गणपति मंदिर और हनुमान मंदिर भी मौजूद है।
2. गोकक झरना – Gokak Falls
गोकक झरना, बेलगाम शहर से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। हरे भरे और शांत वातावरण के बीच जब घटप्रभा नदी पहाड़ी से गिरती है तो एक मनमोहक नजारा प्रस्तुत करती है। छोटे पैमाने पर पर यह झरने नियाग्रा फॉल्स से मिलते जुलते हैं तथा मानसून के समय जब नदी का पानी चरम पर होता है, तब इन्हे अच्छे से देखा जा सकता है।
3. जंबोटी हिल्स – Jamboti Hills
जंबोटी हिल्स बेलगाम का एक प्रमुख पर्यटक स्थल है। प्रकृति प्रेमियों और ट्रैक्टर्स को शांत जंबोटी हिल्स पर बहुत आराम मिलता है। यह क्षेत्र हरी भरी हरियाली का एक स्वर्ग है। शहर की भीड़ भाड़ से दूर शांति और सुकून चाहने वालों के लिए यह उत्तम स्थान है।
4. कित्तूर किला और महल – Kittur Fort and Palace
कित्तूर किले और महल का निर्माण अलप्पा सरदेसाई ने अपने राज्यकाल के दौरान कर्नाटक के स्थानीय पत्थर ब्लैक बेसाल्ट के द्वारा करवाया था। इस किले को रानी चेन्नम्मा का किला भी कहा जाता है, क्योंकि 1824 में ब्रिटिश इंडिया कंपनी के खिलाफ रानी चेन्नम्मा के नेतृत्व में स्वतंत्रता सेनानियों ने इस किले से विद्रोह शुरू किया था। इस किले के परिसर में एक मंदिर, एक महल तथा एक संग्रहालय भी स्थित है, जिसमें स्वतंत्रता से संबंधित बहुत सी कलाकृतियां लगी हुई है।
5. कपिलेश्वर मंदिर – Kapileshwara Temple
अपनी वास्तुकला, भव्यता, सुंदरता और आध्यात्मिक महत्व के लिए सुप्रसिद्ध यह एक प्राचीन शिव मंदिर है, जो पर्यटको और भक्तों को समान रूप से आकर्षित करता है। इस मंदिर को दक्षिण भारत का काशी भी कहा जाता है तथा यह बेलगाम में शाहपुर फ्लाईओवर के पास स्थित है। हिंदू आध्यात्मिकता और धार्मिक वास्तुकला में रुचि रखने वालों के लिए यह मंदिर जटिल शिल्पकला व नक्काशी तथा शांत वातावरण की वजह से अवश्य देखने लायक है।
6. सफा मस्जिद – Safa Masjid
16 वीं शताब्दी में बनाई गई सफा मस्जिद इंडो इस्लामीक शैली का एक बेहतरीन नमूना है। इस सफा मस्जिद का निर्माण 1560 ईस्वी में इब्राहिम आदिल शाह के द्वारा करवाया गया था। इस मस्जिद की वास्तुकला और शिल्प कला पर्यटकों को बहुत आकर्षित करती है। भुरे और सफेद रंग में बनी यह मस्जिद बाहर से देखने पर 16 वीं शताब्दी के पुर्तगाली घरों की तरह दिखती है।
7. राकास्कोप – Rakaskop
राकास्कोप एक पक्षी अभयारण्य तथा बांध है, जो बेलगाम शहर से 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पूरे बेलगाम शहर तथा इसके आसपास के क्षेत्र को पानी उपलब्ध करवाने वाला यह बांध मारकंडेय नदी पर है। इस जगह को प्रवासी पक्षियों के लिए स्वर्ग माना जाता है। बेलगाम में घूमने आए हुए प्रकृति प्रेमियों तथा पक्षी प्रेमियों के लिए यह एक उपयुक्त स्थान है।
8. गोडचिनामालाकी झरना – Godchinamalaki Falls
गोडचिनामालाकी, गोकक झरने से 15 किलोमीटर की दूरी पर एक गहरी घाटी के अंदर, मारकंडेय नदी पर स्थित है। यह गोकक झरने से छोटा झरना है, जो प्रकृति प्रेमियों को एक सुखद अहसास करवाता है। दरअसल गोडचिनामालाकी मे दो झरने हैं, क्योंकि मारकंडे नदी पहली बार 25 मीटर की ऊंचाई से गिरती है तथा थोड़ी दूर बहकर लगभग 20 मीटर की ऊंचाई से घाटी में गिरती है।
9. श्री रामकृष्ण मिशन आश्रम – Shri Ramakrishna Mission Ashrama
बेलगाम में श्री रामकृष्ण मिशन आश्रम एक सांस्कृतिक तथा आध्यात्मिक केंद्र है। इस आश्रम के अंदर एक लाइब्रेरी, एक ध्यान लगाने के लिए केंद्र तथा एक मंदिर है, जहां आध्यात्मिक चिंतन के साथ-साथ सांस्कृतिक शिक्षा भी आपको मिलेगी। स्वामी विवेकानंद तथा श्री रामकृष्ण परमहंस के सिद्धांतों व शिक्षाओं पर यह आश्रम चलता है।
10. मिलिट्री महादेव मंदिर – Military Mahadeva Temple
मिलट्री महादेव मंदिर बेलगाम के बाहरी क्षेत्र में मिलिट्री की छावनी के अंदर स्थित है। यह एक प्राचीन हिंदू मंदिर है, जो भगवान शिव को समर्पित है। बेलगाम की ऐतिहासिकता तथा सांस्कृतिकता की खोज करने वालों के लिए यह मंदिर एक उत्तम स्थान है। इस मंदिर की वास्तुकला और शिल्प कला बहुत ही प्रभावशाली है, जिसके कारण बेलगाम घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए यह एक सुप्रसिद्ध पर्यटक स्थल है।
बेलगाम जाने और घुमने का यात्रा प्लान – Belgaum Travel Plan in Hindi
पहले दिन: पहले दिन की यात्रा प्लान में आप सबसे पहले बेलगाम किला, उसके बाद सफा मस्जिद तथा उसके बाद श्री रामकृष्ण मिशन आश्रम जा सकते है।
दूसरे दिन: दूसरे दिन की यात्रा प्लान में आप प्रकृति और झरनों की सैर करें। इस दिन सबसे पहले आप गोकाक फॉल्स और उसके बाद जंबोटी हिल्स चले जाएं तथा शाम के समय गोडचिनमालाकी झरना जा सकते है।
तीसरे दिन: तीसरे दिन आप सबसे पहले कित्तूर किला और महल देखने जाएं, उसके बाद आप कपिलेश्वर मंदिर जाएं, उसके बाद आप राकास्कोप तथा आखिर में आप मिलिट्री महादेव मंदिर जा सकते है।
बेलगाम में घूमने जाने का सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit In Belgaum In Hindi
अगर हम बेलगाम में घूमने के सबसे अच्छे समय की बात करें तो हम आपको बेलगाम के मौसम और तापमान की जानकारी दे देते हैं, जिससे आपको अपनी सुविधानुसार यात्रा प्लान बनाने में आसानी होगी।
अक्टूबर से फरवरी, सर्दियों के दिनों में बेलगाम में तापमान 15 डिग्री से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है तथा मौसम सुहावना और ठंडा होता है। बिना ज्यादा गर्मी और बारिश के बेलगाम के आकर्षणों को देखने के लिए यह उपयुक्त समय माना जाता है।
जून से सितंबर, मानसून के दिनों में बेलगाम का तापमान 20 से 35 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। इस दौरान हल्की बूंदाबांदी होती रहती है तो कभी-कभी भारी वर्षा का भी सामना करना पड़ सकता है। बेलगाम की हरी भरी हरियाली और आसपास के क्षेत्रो की सुंदरता इस समय चरम पर होती है।
मार्च से मई के बीच गर्मियों के दिनों में बेलगाम का तापमान 45 डिग्री तक चला जाता है, जिससे यहां पर बहुत ही गर्मी और उमस हो जाती है। अगर आपको गर्मी से अत्यधिक परेशानी नहीं है तो आप इस समय भी यात्रा कर सकते हैं
सभी ऋतुओ के मौसम और तापमान को देखते हुए यही कहा जा सकता है कि बेलगाम में घूमने के लिए आपको अक्टूबर से फरवरी सर्दियों के दिनों में जानाचाहिए, जिससे आप किसी प्रकार की बारिश या गर्मी की रूकावटों के बिना यहां आराम से घूम सकते है।
बेलगाम में रुकने की जगह – Where To Stay In Belgaum In Hindi
बेलगाम में आपकी इच्छा और बजट के अनुसार रुकने की बहुत सी जगह है। अगर आप अपने बजट के प्रति जागरुक है और कम बजट में बेलगाम में रुकने की जगह तलाश कर रहे हैं तो आपको होटल हनुमान, होटल समुद्र तथा यूके 27 जैसे होटल में रुकना चाहिए, जहां आपको कम बजट में पारंपरिक बेलगाम का भोजन और रुकने का अच्छा स्थान प्राप्त होगा।
अगर आपका बजट थोड़ा अच्छा है ओर आप व्यक्तिगत और स्टाइलिश तरीके से रहना चाहते हैं तो आप होटल ईईएफए और नेटिव बाय चांसरी होटल में रुक सकते हैं। अगर आप आनंद और विलासिता के साथ रहना चाहते हैं तो होटल फेयरफील्ड बाय मैरियट बेलगाम का सबसे अच्छा लग्जरी होटल है, जहां आपको उच्च सत्र की सुविधाए तथा भोजन मिलेगा।
अगर आप बेलगाम के स्थानीय लोगों का रहन सहन और जीवन को करीब से देखना तथा पारंपरिक बेलगावी भोजन का स्वाद चखना चाहते हैं तो आप यहां के स्थानीय लोगों के गेस्ट हाउस तथा घरों में भी रुक सकते हैं। अगर आप बेलगाम के सभी आकर्षणों तक बराबर पहुंच रखना चाहते हैं तो होटल संकम रेजिडेंसी एक अच्छा विकल्प है।
बेलगाम का प्रसिद्ध भोजन – Famous Food of Belgaum In Hindi
अगर हम बेलगाम के प्रसिद्ध भोजन की बात करें तो आपको बता दें कि बेलगाम के व्यंजन मीठे, मसालेदार और नमकीन स्वाद का एक मिश्रण देते हैं, जो बेलगांव की भोजन समृद्धि और सांस्कृतिक विविधता को दर्शाते है। हम आपको बेलगाम के प्रसिद्ध व्यंजनों के नाम बता देते हैं, जिनका स्वाद आपको इस शहर का दौरा करते वक्त अवश्य चखना चाहिए। जैसे
कदबू, बज़्जी, पेटिस, पोहा, बेलगाम कुंडा बिस्किट, करदंतु, माडिगे या मांडक्की, जोलाडा रोटी तथा कुंदा मिठाई।
बेलगाम कैसे जाएं? – How to reach Belgaum?
1# सड़क मार्ग से बेलगाम कैसे जाएं? – How To Reach Belgaum By Road In Hindi
बेलगाम सुव्यवस्थित सड़कों के जाल द्वारा अपने नजदीकी शहरों तथा राज्यों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। आप देश के किसी भी कोने से राष्ट्रीय राजमार्ग 48 के द्वारा बेलगाम पहुंच सकते हैं तथा देश के प्रमुख शहरों जैसे बेंगलुरु, मुंबई, पुणे, गोवा इत्यादि से भी आप राष्ट्रीय राजमार्ग 48 के द्वारा बेलगाम की यात्रा कर सकते है। शहर के अंदर विभिन्न पर्यटक स्थलों की यात्रा करने के लिए आपको बस, ऑटो रिक्शा तथा टैक्सियां उपलब्ध मिलेगी।
2# ट्रेन से बेलगाम कैसे जाएं? – How To Reach Belgaum By Train In Hindi
बेलगाम जंक्शन कर्नाटक का एक प्रमुख रेलवे जंक्शन है, जो देश के विभिन्न शहरों से अच्छी कनेक्टिविटी रखता है। देश के प्रमुख शहरों जैसे मुंबई, बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद, चेन्नई और दिल्ली से बेलगाम के लिए रोजाना ट्रेन चलती है। बेलगाम रेलवे स्टेशन अच्छी तरह से सुसज्जित है तथा शहर के विभिन्न कोनों तक पहुंचने के लिए आपको अच्छी सुविधा प्रदान करता है।
3# हवाई जहाज से बेलगाम कैसे जाएं? – How To Reach Belgaum By Flight In Hindi
बेलगाम हवाई अड्डा आईएक्सजी, बेलगाम शहर का एक मुख्य हवाई अड्डा है। बेलगाम हवाई अड्डे के लिए भारत के प्रमुख शहरों दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद इत्यादि से नियमित रूप से उड़ाने संचालित होती है, जिसकी वजह से बेलगाम पहुंचने के लिए हवाई यात्रा एक अच्छा विकल्प है। यह हवाई अड्डा बेलगाम के प्रमुख पर्यटक स्थलों से भी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है तथा किराए के लिए आपको बहुत सी टैक्सियां व ऑटो रिक्शा यहां पर उपलब्ध मिलेंगे।
बेलगाम का नक्शा – Map of Belgaum
FAQs:- टॉप 10 बेलगाम में घूमने की जगह और संपूर्ण यात्रा जानकारी
बेलगाम क्यों प्रसिद्ध है?
बेलगाम बहुत से प्राचीन साम्राज्य की ऐतिहासिक विरासत को संजय हुए हैं। यह शहर अपने ऐतिहासिक महत्व सांस्कृतिक विविधता रणनीतिक स्थिति शैक्षणिक केंद्र कृषि और औद्योगिक केंद्र पर्यटक आकर्षण तथा खेलों के लिए भारत देश ही नहीं पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।
बेलगाम कहां पर स्थित है?
बेलगाम भारत के कर्नाटक राज्य का एक जिला है तथा यह कर्नाटक के उत्तर पश्चिमी भाग में महाराष्ट्र और गोवा की सीमाओं के पास स्थित है। बेलगाम गोवा, महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच में एक संपर्क बिंदु है, जिसकी वजह से इन राज्यों के बीच व्यापार, वाणिज्य और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का बेलगाम एक महत्वपूर्ण केंद्र है। भौगोलिक दृष्टि से बेलगाम पश्चिमी घाट की तलहटी में स्थित है।
बेलगाम जाने और घूमने में कितने रुपए खर्च हो सकते हैं?
बेलगाम जाने का खर्च आपकी बेलगाम से दूरी और जाने के माध्यम जैसे सड़क मार्ग, ट्रेन या हवाई मार्ग पर निर्भर करता है। बेलगाम में भोजन का प्रति व्यक्ति खर्च 100 से लेकर 800 रुपए तक हो सकता है। अगर हम आकर्षणों में प्रवेश शुल्क की बात करें तो यह बिल्कुल नाममात्र 10 से लेकर 100 रुपए तक है।
रहने के स्थान में आपका खर्च आपकी इच्छनुसार अलग-अलग होटल में 800 से लेकर 5000 रुपए तक प्रति व्यक्ति हो सकता है। कुल मिलाकर प्रतिदिन 2000 से 4000 रुपए के बजट में आप बेलगाम आरामदायक तरीके से रह सकते है।
Belgaum Tourist Place In Hindi
आज के इस लेख में हमने आपको बेलगाम में घूमने की 10 सबसे अच्छी जगह, बेलगाम का प्रसिद्ध भोजन, बेलगाम कहां स्थित है, बेलगाम कैसे पहुंच जाएं तथा बेलगाम जाने और घूमने में कितने रुपए खर्च हो सकते है, इन सब के बारे में विस्तार पूर्वक बताया है।
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मिलते हैं दोस्तों अगले इसी तरह के एक और बेहतरीन आर्टिकल के साथ।
जय हिंद वंदे मातरम