सिलीगुड़ी भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के उत्तर में स्थित एक बहुत ही सुंदर शहर तथा प्रमुख पर्यटन स्थल है। सिलीगुड़ी शहर पश्चिम बंगाल के दो जिलों जलपाईगुड़ी तथा दार्जिलिंग में स्थित है। हिमालय की तलहटी में बसे इस सुंदर शहर को पूर्वी भारत का प्रवेश द्वार भी माना जाता है।
सिलीगुड़ी पश्चिम बंगाल के प्रमुख जिले जलपाईगुड़ी से 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित भारत का एक प्रमुख एवं सुप्रसिद्ध पर्यटक स्थल है। यह प्राकृतिक हरे भरे दृश्य और बर्फ से ढके सुंदर पहाड़ों के बीच बसा हुआ एक आधुनिक और विकसित शहर है।
यह शहर अपने ट्रांसपोर्ट, पर्यटन, लकड़ी और चाय के लिए पूरे पूर्वोत्तर भारत के लिए एक प्रमुख शहर है। सुंदर पहाड़ों के बीच बहती महानंदा नदी सिलीगुड़ी की सुंदरता को और ज्यादा निखारती है। अगर आप भी सिलीगुड़ी घूमने के इच्छुक हैं तो हम आपको सिलीगुड़ी में घूमने की 10 सबसे प्रसिद्ध जगह के बारे में आगे बता रहे हैं।
Table of Contents
सिलीगुड़ी में घूमने की जगह – Siliguri Me Ghumne ki Jagah
दोस्तों सिलीगुड़ी शहर में वैसे तो घूमने की बहुत सी जगह है, पर उनमें से 10 सबसे प्रसिद्ध जगह के बारे में हम आपको विस्तारपूर्वक जानकारी दे रहे है।
1. सालुगाड़ा मठ – Salugara Monastery
सालुगाड़ा मठ सिलीगुड़ी में घूमने का एक प्रमुख पर्यटक स्थल है। शांत वातावरण के बीच सालुगाड़ा मठ शांति प्रदान करता है। सालुगाड़ा मठ में आपको तिब्बती वास्तुकला का बहुत ही अच्छा नमूना देखने को मिलेगा।
इस मठ में आपको सांस्कृतिक और पारंपरिक जीवन शैली देखने को मिलेगी। जो भी सालुगाड़ा मठ में आता है वह आध्यात्मिक माहौल में डूब जाता है। सिलीगुड़ी घूमने जाने वाले लोगों को इस मठ की यात्रा जरूर करनी चाहिए।
2. इस्कॉन मंदिर – ISKCON Temple
सिलीगुड़ी का इस्कॉन मंदिर बहुत ही बहुत ही भव्य तथा उत्कृष्ट नक्कासियों से सुसज्जित है। बाकी इस्कॉन मंदिरों की तरह यह इस्कॉन मंदिर भी भगवान कृष्ण को समर्पित है। इस मंदिर की वास्तुकला और शांत वातावरण भक्तों और पर्यटकों को बहुत आकर्षित करते है।
इस मंदिर की स्थापना जयपताका महाराज के द्वारा साल 2002 में की गई थी। सावन के हर सोमवार को यहां भगवान शिव के शिवलिंग का श्रृंगार होता है।
3. सेविन किंगडम – Savin Kingdom
सिलीगुड़ी घूमने आने वाले यात्रियों के लिए सेविन किंग्डम एक प्रमुख पर्यटक स्थल तथा मनोरंजन का केंद्र है। सेविन किंग्डम एक शांत एवं हरा भरा सुव्यवस्थित तरीके से डिजाइन किया गया पार्क है।
सेविन किंग्डम मे आपको कई प्रकार की सवारी, वाटर पार्क और बहुत से प्रकार की मनोरंजन की गतिविधियों के लिए विकल्प मिल जाएंगे। यह सिलीगुड़ी मैन बस स्टैंड से चार से पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
4. उत्तर बंगाल विज्ञान केंद्र – North Bengal Science Centre
सिलीगुड़ी मे स्थित बंगाल का यह एक महत्वपूर्ण विज्ञान केंद्र तथा प्रमुख पर्यटक स्थल भी है। पूर्वी भारत के सबसे प्रसिद्ध इस विज्ञान केंद्र के संग्रहालय में आपको खगोल विज्ञान, भौतिक विज्ञान और विज्ञान से संबंधित बहुत से प्रदर्शन और गतिविधियां देखने को मिलेगी।
विज्ञान के प्रति उत्साही लोगों के लिए यह उत्तर बंगाल विज्ञान केंद्र एक महत्वपूर्ण आकर्षण एवं आदर्श है। सिलीगुड़ी की यात्रा इस विज्ञान केंद्र को देखे बिना अधूरी मानी जाती है।
5. महानंदा वन्यजीव अभयारण्य – Mahananda Wildlife Sanctuary
महानंदा नदी के किनारे स्थित इस वन्य जीव अभ्यारण में देश-विदेश से हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। वन्य जीवन में रुचि रखने वाले और प्रकृति प्रेमियों के लिए यह जगह एक स्वर्ग के समान है।
इस वन्य जीव अभ्यारण में आपको बंगाल टाइगर, हाथी और विभिन्न प्रकार के पशु पक्षी तथा भिन्न-भिन्न प्रकार की वनस्पतियां देखने को मिलेगी। अगर आप भी वन्य जीवन का शांत वातावरण और प्रकृति की विविधता का अनुभव करना चाहते है तो इस वन्य जीव अभ्यारण की यात्रा अवश्य करें।
6. कोरोनेशन ब्रिज (सेवोके ब्रिज) – Coronation Bridge (Sevoke Bridge)
कोरोनेशन ब्रिज पश्चिम बंगाल के दो जिलों दार्जिलिंग और कालिमपोंग को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 17 पर स्थित है। इस ब्रिज को सेवोके ब्रिज के नाम से भी जाना जाता है। 1937 में बंगाल के गवर्नर जॉन एंडरसन ने इस पुल की नींव रखी थी।
दोनों तरफ पहाड़ियों से घिरी तीस्ता नदी पर यह पुल ब्रिटिश वास्तु शैली में बनाया गया है, जिसका नजारा बहुत ही सुंदर दिखता है। इस पुल को इस प्रकार से डिजाइन किया गया है की पुल के बीच में नदी के अंदर कोई भी स्तंभ नहीं है। सिलीगुड़ी घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए यह एक प्रमुख पर्यटक स्थल है।
7. हांगकांग मार्केट – Hong Kong Market
सिलीगुड़ी के डॉन बॉस्को कॉलोनी में स्थित हांगकांग मार्केट यहां के एक प्रसिद्ध मार्केट है। यहां पर आपको सिलीगुड़ी के स्थानीय सामान के साथ-साथ चाइनीज सामान भी बहुत ही सस्ते दामों पर मिल जाएगा।
सिलीगुड़ी घूमने गए हुए पर्यटकों को अगर अपनी जरूरत का सामान जैसे कपड़े इलेक्ट्रॉनिक सामान या हस्तशिल्प सामान कुछ भी चाहिए होता है तो उनकी पहली पसंद हांगकांग मार्केट ही है।
8. जोरपोखरी वन्यजीव अभयारण्य – Jorpokhri Wildlife Sanctuary
सिलीगुड़ी से दार्जिलिंग के रास्ते पर जोरपोखरी वन्य जीव अभ्यारण स्थित है। यह एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित छोटा सा गांव है, जिसमें दो झील इकट्ठी है जिनके नाम पर यह जोरपोखरी नाम रखा गया है।
यहां पर आपको दुर्लभ पशु पक्षी एवं जीव जंतु देखने को मिलेंगे। हिमालय सैलामेंडर जिसे गोरा कहा जाता है, हंस और बंदरों की विलुप्त की कगार पर आ चुकी प्रजातियां जैसे बहुत से जीव जंतु यहां आपको मिलेंगे।
9. काली मंदिर – Kali Mandir
सिलीगुड़ी में पूर्वी हिमालय की चोटी पर स्थित यह काली मंदिर पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र है। यह मंदिर मां काली को समर्पित एक हिंदू मंदिर है। यहां पर आपको शांत वातावरण और आध्यात्मिक माहौल मिलेगा।
इस मंदिर तक पहुंचने के लिए आपको पहाड़ी के बीचो-बीच 107 सीढ़ियां चड़नी होगी। इस मंदिर की वास्तुकला और शिल्प कला अद्भुत है तथा मां काली की मूर्ति को बंगाल की पारंपरिक शैली में विभिन्न रंगों से सजाया गया है।
10. तीस्ता रिवर राफ्टिंग – Teesta River Rafting
रोमांच पसंद करने वाले लोग तीस्ता रिवर राफ्टिंग में एक अद्भुत अनुभव का आनंद ले सकते हैं। बर्फ से घिरे पहाड़ों और तीस्ता नदी की प्राकृतिक सुंदरता के बीच यह पल पर्यटकों के लिए बेहद रोमांचकारी तथा सुखद होते हैं। तीस्ता रिवर राफ्टिंग का समय 9:00 A.M से 2:00 P.M का होता है।
सिलीगुड़ी जाने और घुमने का यात्रा प्लान – Siliguri Travel Plan in Hindi
पहले दिन: पहले दिन के यात्रा प्लान में आप सबसे पहले सालुगाड़ा मठ, इसके बाद इस्कॉन मंदिर तथा लास्ट में हांगकांग बाजार में खरीदारी करने के लिए जा सकते है।
दूसरे दिन: दूसरे दिन की यात्रा प्लान में आप पहले महानंदा वन्य जीव अभ्यारण की यात्रा करें, दोपहर में तीस्ता रिवर राफ्टिंग का आनंद ले तथा इसके बाद आप सेविन किंगडम और काली मंदिर के दर्शन कर सकते है।
तीसरे दिन: तीसरे दिन की यात्रा प्लान में आप सबसे पहले कोरोनेशन ब्रिज की यात्रा करें, इसके बाद आप उत्तर बंगाल विज्ञान केंद्र जा सकते है तथा इसके बाद जोरपोखरी वन्य जीव अभ्यारणय की यात्रा कर सकते है।
सिलीगुड़ी में घूमने जाने का सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit In Siliguri In Hindi
अगर हम सिलीगुड़ी में घूमने के सबसे अच्छे समय की बात करें तो हम आपको अलग-अलग ऋतुओं में सिलीगुड़ी के तापमान और मौसम के बारे में बता रहे है, जिससे आपको अपनी सुविधा अनुसार यात्रा प्लान बनाने में आसानी होगी।
अक्टूबर से मार्च के बीच शरद ऋतु के समय सिलीगुड़ी का तापमान 15 डिग्री से लेकर 30 डिग्री सेल्सियस के बीच होता है। इस समय मौसम बहुत ही सुहावना और ठंडा होता है। बाहरी गतिविधियों के लिए यह समय बहुत ही अनुकूलित है।
अप्रैल से जून वसंत ऋतु के दिनों में यहां का तापमान थोड़ा बढ़ जाता है, जो कम से कम 25 डिग्री से लेकर 40 डिग्री सेल्सियस तक हो सकता है। इस समय यहां पर काफी गर्मी और उमस होती है।
जुलाई से सितंबर, मानसून के दिनों में सिलीगुड़ी में बहुत अत्यधिक बारिश होती है। इस समय यहां का तापमान 28 डिग्री से लेकर 40 डिग्री सेल्सियस तक होता है और उमस बहुत ही ज्यादा होती है। इस समय यहां भूसंखलन का खतरा भी बना रहता है।
सभी ऋतुओं के मौसम और तापमान के अनुसार यही कहा जा सकता है की सिलीगुड़ी में घूमने का सबसे अच्छा समय सर्दियों का समय अक्टूबर से मार्च के बीच होता है। इस समय यहां पर काफी हरियाली होती है तथा पहाड़ बर्फ से ढके रहते हैं। वादियो की सैर और पर्यटक स्थलों पर अच्छे से घूमने के लिए आपको इसी समय पर सिलीगुड़ी की यात्रा करनी चाहिए।
सिलीगुड़ी में रुकने की जगह – Where To Stay In Siliguri In Hindi
सिलीगुड़ी एक साफ सुथरा और विकसित शहर है, जहां आपको अपने बजट के हिसाब से रुकने की बहुत सी जगह मिल जाएगी। सिलीगुड़ी में लोकल गेस्ट हाउस से लेकर 5 स्टार होटल तक आपको मिलेंगे। अगर उत्तम क्वालिटी के होटल की बात करें तो बरसाना होटल एंड रिसॉर्ट और लेमन ट्री होटल आधुनिक सुविधाओं के साथ उपलब्ध है।
अगर हम मध्यम श्रेणी के होटलो की बात करें तो माउंट मालिन और होटल एंबेसी उचित मूल्य के साथ आपको आरामदायक सुविधा उपलब्ध करवाएंगे। थोड़ा सा कम बजट वाले यात्री सेंटर प्लाजा जैसे होटलो पर रुक सकते हैं।
अगर आप स्थानीय जीवन को अच्छे से देखना और समझना चाहते है तो आप स्थानीय लोगों के घरों में भी ठहर सकते है, जहां आपको उचित मूल्य पर साफ सुथरा भोजन तथा रुकने की सुविधा मिलेगी।
सिलीगुड़ी का प्रसिद्ध भोजन – Famous Food of Siliguri In Hindi
सिलीगुड़ी का भोजन आपको बहुत ही स्वादिष्ट और साफ सुथरा मिलेगा। यहां के भोजन में पारंपरिक बंगाली व्यंजनों के साथ पड़ोसी क्षेत्रों का भी प्रभाव देखने को मिलेगा। यहां मिलने वाले मीठे तथा खटाई वाले व्यंजन पर्यटकों की पहली पसंद है।
वैसे तो सिलीगुड़ी के सभी व्यंजन बहुत ही स्वादिष्ट और अच्छे है, पर उनमें से कुछ प्रसिद्ध व्यंजनों के नाम आपको बता रहे है जिनका स्वाद सिलीगुड़ी की यात्रा के दौरान आपको जरूर चखना चाहिए जैसे
सांदेश, मोमोज, थूकपा, मिष्टि दोई, मछली कडी, पुचका, चाऊमीन और झालमुरी।
सिलीगुड़ी कैसे जाएं? – How to reach Siliguri?
1# सड़क मार्ग से सिलीगुड़ी कैसे जाएं? – How To Reach Siliguri By Road In Hindi
सिलीगुड़ी एक व्यवस्थित सड़कों के जाल के साथ पूर्वी भारत का एक प्रमुख परिवहन केंद्र है। राष्ट्रीय राजमार्ग 31, राष्ट्रीय राजमार्ग 27 और राष्ट्रीय राजमार्ग 10 से आप सिलीगुड़ी पहुंच सकते हैं। आसपास के बड़े शहरों और जिलों जैसे दार्जिलिंग, गंगटोक, कालिमपोंग तथा जलपाईगुड़ी से बहुत सी सरकारी और प्राइवेट बसें सिलीगुड़ी के लिए चलती है।रात भर वोल्वो बसें नई दिल्ली, कोलकाता जैसे भारत के प्रमुख शहरों से सिलीगुड़ी के लिए चलती रहती है। स्थानीय लोगों द्वारा उपलब्ध करवाई जाने वाली टैक्सियों और जीपो के द्वारा भी आप सिलीगुड़ी तक पहुंच सकते है।
2# ट्रेन से सिलीगुड़ी कैसे जाएं? – How To Reach Siliguri By Train In Hindi
सिलीगुड़ी से 30 किलोमीटर दूर स्थित न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन सिलीगुड़ी का एक प्रमुख जंक्शन है। देश के सभी प्रमुख शहरों से न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन के लिए ट्रेने चलती रहती है। इस रेलवे स्टेशन से आपको सिलीगुड़ी रेलवे स्टेशन तक के लिए बहुत सी ट्रेन मिल जाएगी। इसके अलावा आप न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन से बसों एवं टैक्सियों के माध्यम से भी सिलीगुड़ी पहुंच सकते है।
3# हवाई जहाज से सिलीगुड़ी कैसे जाएं? – How To Reach Siliguri By Flight In Hindi
सिलीगुड़ी से लगभग 15 किलोमीटर दूर बागडोगरा हवाई अड्डा सिलीगुड़ी का निकटतम हवाई अड्डा है। भारत के प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, कोलकाता, मुंबई इत्यादि से बहुत सी हवाई जहाज बागडोगरा हवाई अड्डे के लिए उपलब्ध है। बागडोगरा हवाई अड्डे से आप बसों एवं टैक्सियों के माध्यम से सिलीगुड़ी पहुंच सकते हैं।
सिलीगुड़ी का नक्शा – Map of Siliguri
FAQs:- टॉप 10 सिलीगुड़ी में घूमने की जगह और संपूर्ण यात्रा जानकारी
सिलीगुड़ी क्यों प्रसिद्ध है?
सिलीगुड़ी को पूर्वोत्तर भारत का प्रवेश द्वार माना जाता है, क्योंकि यह सिक्किम भूटान नेपाल और भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यह पूर्वोत्तर भारत के पर्यटन स्थलों जैसे गंगटोक, कलिमपोंग, दार्जिलिंग के वन्य जीव अभ्यारणों में घूमने वाले यात्रियों के लिए एक केंद्र बिंदु है।
शिक्षा और चिकित्सा के स्तर में पूर्वी भारत में सिलीगुड़ी का उच्च स्थान है। सिलीगुड़ी यहां से निर्यात होने वाले चाय तथा लकड़ी, यहां के पर्यटन स्थलों तथा पूरे पूर्वी भारत के ट्रांसपोर्ट का महत्वपूर्ण केंद्र होने के कारण विश्व में प्रसिद्ध है।
सिलीगुड़ी कहां पर स्थित है?
सिलीगुड़ी भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के उत्तरी भाग में यहाँ के दो प्रमुख जिलों दार्जिलिंग तथा न्यू जलपाईगुड़ी के बीच में है। यह पूर्वी हिमालय की तलहटी में महानंदा नदी के किनारे स्थित है।
न्यू जलपाईगुड़ी जिले से सिलीगुड़ी की दूरी 35 किलोमीटर है तथा भारतीय राज्यों सिक्किम और बिहार तथा पड़ोसी देश नेपाल और भूटान के साथ इसकी सीमाएं लगती है।
सिलीगुड़ी जाने और घूमने में कितने रुपए खर्च हो सकते हैं?
अगर हम सिलीगुड़ी जाने और घूमने के खर्च की बात करें तो सिलीगुड़ी जाने के लिए खर्च आपकी सिलीगुड़ी से दूरी और आपके जाने के साधनों पर निर्भर करता है। जैसे अगर आप ट्रेन या बस से सिलीगुड़ी की यात्रा कर रहे हैं तो यह खर्च कम हो सकता है, और अगर आप हवाई मार्ग से यात्रा कर रहे हैं तो यह खर्च बढ़ सकता है।
अगर हम सिलीगुड़ी घूमने की बात करें तो आपको बता दें कि सिलीगुड़ी एक सुव्यवस्थित और अच्छा शहर है। यहां पर आप रुकने और घूमने के लिए अपने बजट के हिसाब से खर्च कर सकते हैं।
कम बजट के यात्रीयों के लिए 2000 से 3000 प्रतिदिन के हिसाब से यहां के पर्यटक स्थल और दर्शनीय स्थलों की यात्रा और रुकने और खाने का खर्च हो जाएगा। मध्य बजट के यात्रियों का खर्च 3000 से 6000 हो जाएगा जिसमें आपको रुकने की आरामदायक सुविधा और अच्छा भोजन उपलब्ध होगा। लग्जरी यात्री 7000 से लेकर कितना भी खर्च इस शहर में प्रतिदिन कर सकते है।
Siliguri Tourist Place In Hindi
दोस्तों आज इस आर्टिकल में हमने आपको सिलीगुड़ी में घूमने की 10 प्रसिद्ध जगह, सिलीगुड़ी का प्रसिद्ध भोजन, सिलीगुड़ी कैसे पहुंच जाएं तथा सिलीगुड़ी में घूमने का कितना खर्च हो सकता है इन सब के बारे में विस्तारपूर्वक बताया है।
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दोस्तों अगली बार मिलेंगे इसी तरह के एक और बेहतरीन आर्टिकल में।
जय हिंद वंदे मातरम।