नोखा भारत के राजस्थान राज्य के बीकानेर जिले का एक सुप्रसिद्ध शहर तथा तहसील है। नोखा की स्थापना साल 1927 में बीकानेर के प्रसिद्ध महाराजा गंगा सिंह के द्वारा की गई थी। यह बीकानेर से लगभग 50 से 60 किलोमीटर की दूरी पर दक्षिण दिशा में स्थित है।
विश्व के बहुत से देशों में इस शहर में बनी कंबल वह रजाई प्रसिद्ध है। महाराजा गंगा सिंह ने इस नगर को ग्रिड-आयरन शैली में उस समय के प्रसिद्ध वास्तुकार मैंकाजी के द्वारा बहुत ही उत्तम व सुव्यवस्थित ढंग से बसाया था। इस क्षेत्र में मोठ का उत्पादन अत्यधिक होता है तथा एशिया महाद्वीप की सबसे बड़ी मोठ मंडी के रूप में नोखा को जाना जाता है।
नोखा को क्लीन इंडिया मिशन में देश स्तर पर उत्तम स्थान से सम्मानित किया गया है। राजस्थान मे घूमने के इच्छुक लोगों को नोखा शहर की यात्रा अवश्य करनी चाहिए। दोस्तों आपका ज्यादा समय ना लेते हुए हम आपको इस नोखा शहर में घूमने की सुप्रसिद्ध 10 जगह के बारे में बताते हैं।
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नोखा में घूमने की जगह – Nokha Me Ghumne ki Jagah
वैसे तो नोखा में घूमने की बहुत सी जगह है, पर उनमें से 10 सुप्रसिद्ध जगह के बारे में हम आपको विस्तारपूर्वक बता रहे हैं।
1. मुक्ति धाम मुकाम – Mukti Dham Mukam
मुक्तिधाम मुकाम नोखा शहर से 15 किलोमीटर दूर स्थित एक बहुत ही प्रसिद्ध, पवित्र एवं दर्शनीय स्थल है। यहां पर बिश्नोई संप्रदाय के संस्थापक श्री गुरु जंभेश्वर भगवान का समाधि स्थल है। आसोज तथा फाल्गुन की अमावस्या पर यहां भव्य मेला लगता है, जिसमें देश-विदेश से श्रद्धालु लाखों की संख्या में पहुंचते हैं।
श्री गुरु जंभेश्वर भगवान ने मुक्तिधाम मुकाम में 29 नियम बनाकर तथा पाहल देकर बिश्नोई संप्रदाय की स्थापना की थी। इन 29 नियमों में जीवो तथा पर्यावरण की रक्षा करना भी शामिल है। बिश्नोई संप्रदाय के जीव प्रेमी तथा पर्यावरण प्रेमी होने की वजह से बहुत बार इस संप्रदाय को विश्व स्तर पर सम्मानित किया जा चुका है।
2. समराथल धोरा – Samrathal Dhora
समराथल धोरा इस क्षेत्र का एक मुख्य पर्यटक एवं दर्शनीय स्थल है। यह नोखा से लगभग 17 किलोमीटर तथा मुकाम से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। श्री गुरु जंभेश्वर भगवान ने सन 1485 ईस्वी में इसी स्थान पर बिश्नोई संप्रदाय की स्थापना की थी।
समराथल धोरा पर एक विश्व स्तरीय गौशाला है, जहां आपको विभिन्न प्रकार की गायों तथा हिरनो की नस्ल एवं मोर इत्यादि बहुत से संरक्षित जीव जंतु देखने को मिलेंगे। वायु प्रदूषण को दूर करने के लिए समराथल धोरा पर देसी घी एवं खोपरो की मदद से हवन यज्ञ किया जाता है, जिससे लाखों टन शुद्ध ऑक्सीजन उत्पन्न होती है।
3. अकबरी महल – Akbari Mahal
नोखा घूमने जाने वाले पर्यटकों के लिए नोखा से लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित अकबरी महल एक मुख्य पर्यटन का केंद्र है। मुगल साम्राज्य के समय राजा अकबर के द्वारा इस महल का निर्माण करवाया गया था।
इस महल को मुगल एवं तुर्क मिश्रित शैली में बनाया गया है। इस महल की दीवारों पर की गई नक्काशी पर्यटकों के मन में रोमांच उत्पन्न कर देती है। इस महल की दीवारों पर आपको मुगलों की वास्तुकला एवं शिल्पकला का अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा।
4. दीपक महल – Deepak Mahal
दीपक महल अकबरी महल से थोड़ी दूरी पर उत्तर दिशा में स्थित है। इस महल का निर्माण नागवंशी राजपूत शासको द्वारा करवाया गया था तथा समय-समय पर अन्य शासको द्वारा इसका पुनर्निर्माण किया गया था।
इस महल का निर्माणउसे समय के शासको द्वारा किए जाने वाले विभिन्न प्रकार के समारोह को आयोजित करने के लिए किया गया था। यह महल राजस्थानी कला का एक अद्भुत जीवंत नमूना है। दीपक महल में आपको आज भी उसे समय उपयोग किए गए दीपको के निशान देखने को मिल जाएंगे।
5. नागौर का किला – Nagaur Fort
नोखा घूमने जाने वाली यात्रियों के लिए नागौर का किला एक सुप्रसिद्ध पर्यटक स्थल है। 2100 गज क्षेत्रफल में फैले इस किले में 28 विशाल बुर्जे लगी हुई है। वैसे तो इस किले की नीव दूसरी शताब्दी में नागवंशी राजाओं द्वारा रखी गई थी, पर किले का मौजूदा निर्माण 1154 ईस्वी में मुस्लिम शासको द्वारा करवाया गया था।
मुगलों एवं राजपूतो के बीच लड़ी गई बहुत सी लड़ाइयों का यह किला गवाह है। इस किले की बनावट मिट्टी के द्वारा इस प्रकार से की गई थी कि दुश्मन के तोप के गोले भी इस पर बेअसर साबित होते थे। नागौर किले में छतरियां महल, रानी महल, शीश महल, बादल महल इत्यादि की शानदार नक्काशी विश्व भर में प्रसिद्ध है।
6. जूनागढ़ का किला – Junagarh Fort
जूनागढ़ का किला नोखा में घूमने की सुप्रसिद्ध जगहों में से एक है, यह बहुत ही खूबसूरत तथा विशालकाय किला है, इस किले की खूबसूरती इस किले की वास्तुकला में झलकती है, यह नोखा तहसील के समृद्ध इतिहास को प्रदर्शित करता हुआ खूबसूरत किला है, इस किले में कई खूबसूरत पैलेस तथा मंदिर स्थित है, नोखा तहसील में आने वाले विदेशी टूरिस्ट जूनागढ़ के किले में जरूर आते हैं, अगर आप भी नोखा में घूमने के लिए आ रहे हैं तो आपको इस स्थान पर जरूर आना चाहिए।
यह किला नोखा तहसील से लगभग 1 घंटे की दूरी पर पड़ता है।
7. लक्ष्मी निवास पैलेस – Laxmi Niwas Palace
लक्ष्मी निवास पैलेस महाराजा गंगा सिंह के लिए बनाया गया था, यह स्थान अपनी खूबसूरत वास्तुकला के लिए पहचाना जाता है, यह एक हेरिटेज होटल है, जहां पर आप ठहर सकते हैं और लग्जरी जीवन व्यतीत कर सकते हैं, लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि यह बहुत महंगा होटल है, यह बीकानेर के कुछ सुप्रसिद्ध लग्जरी होटल में से एक है विदेशी टूरिस्ट यहां पर अत्यधिक मात्रा में आते हैं, कई महंगे घरों की शादियां भी इसे पैलेस में होती है, महाराजा गंगा सिंह के लिए बनाया गया यह पैलेस पर्यटकों के ठहरने के लिए लग्जरी होटल में कन्वर्ट कर दिया गया है।
8. करणी माता का प्रसिद्ध मंदिर – Karni Mata Temple
करणी माता का सुप्रसिद्ध मंदिर देशनोक में स्थित है, यह बीकानेर के करीब एक छोटा गांव है, देशनोक का करणी माता मंदिर पूरे देश में प्रसिद्ध है, करणी माता मंदिर से जुड़े बहुत से रोचक तथ्य है जो आप यहां पर जाकर एक्सप्लोर कर सकते हैं, यह मंदिर यहां पर माता के भगत माने जाने वाले चूहों के लिए प्रसिद्ध है, यहां के चूहे पवित्र माने जाते हैं, यह मंदिर खूबसूरती में भी शिखर पर है, खूबसूरत वास्तुकला के साथ-साथ मंदिर की भव्यता देखने लायक है, यहां पर बहुत से श्रद्धालु इकट्ठा होते हैं, तथा पूजा अर्चना में शामिल होते हैं।
9. गजनेर का पैलेस और झील – Gajner Palace And Lake
गजनेर का पैलेस तथा झील पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है, यहां पर जाने के लिए आपको नोखा से बीकानेर जाना पड़ेगा तथा बीकानेर से 32 किलोमीटर आगे यह स्थान स्थित है, बहुत ही खूबसूरत लाल बलवा पत्थर से बना हुआ गजनेर का पैलेस गजनेर की झील के पास किनारे पर स्थित है, यह स्थान फोटोग्राफी के लिए उत्तम माना जाता है, इस पैलेस परिसर के साथ में एक जीव अभ्यारण भी है, जहां पर जाकर आप राजस्थान के कुछ प्रसिद्ध जीवो को देख सकते हैं, यहां पर छोटे-बड़े बहुत से जीव निवास करते हैं।
10. ऊँट प्रजनन फार्म एवं अनुसंधान केन्द्र – Camel Breeding Farm And Research Centre
नोखा के पास में स्थित बीकानेर अपने प्रसिद्ध ऊंट प्रजनन फार्म के लिए जाना जाता है, यहां पर ऊंट प्रजनन फार्म और अनुसंधान केंद्र स्थित है, जहां पर जाकर आप ऊंट के ऊपर की गई बहुत सी रिसर्च जान सकते हैं, दोस्तों जैसा कि आप जानते हैं ऊंट को रेगिस्तान का जहाज कहा जाता है, तथा यह रेगिस्तान में इंसान की बहुत सहायता करता है, इसी प्रकार से भारत के राजस्थान में ऊंट एक मुख्य पशु माना जाता है, यहां पर आप देखेंगे कि आपको चारों तरफ ऊंट दिखाई देंगे, आप राजस्थान की किसी भी कोने में चले जाइए, आपको ऊंट जरूर मिलेंगे, ऊंट प्रजनन फार्म में आप ऊंट के ऊपर की गई रिसर्च तथा ऊंट की सवारी भी कर सकते हैं।
नोखा जाने और घुमने का यात्रा प्लान – Nokha Travel Plan in Hindi
पहले दिन: नोखा में पहले दिन ही आपको सुप्रसिद्ध मुकाम मंदिर में जाना चाहिए, आशा करूंगा कि आप यहां पर अमावस्या के दिनों में आए होंगे,क्योंकि इस समय मंदिर की खूबसूरती 10 गुना बढ़ जाती है, आप यहां पर लगने वाले मेलो को देख सकते हैं, मेले यहां पर अमावस्या से बहुत दिन पहले ही लगने शुरू हो जाते हैं, आप मुकाम मंदिर के आसपास रहने के लिए स्थान का चुनाव भी कर सकते हैं, इसके बाद आपको सुप्रसिद्ध समराथल मंदिर जो की पास में ही पड़ता है पर भी घूमने के लिए जरूर जाना चाहिए।
दूसरे दिन: दूसरे दिन आपको नागौर की तरफ रवाना होना चाहिए, आप नागौर का किला देख सकते हैं जो अत्यंत सुप्रसिद्ध है, ऊपर आर्टिकल में मैंने आपको इसके बारे में विस्तार से बताया है, इसके बाद आप बीकानेर की तरफ भी जा सकते हैं तथा यहां पर लक्ष्मी निवास पैलेस तथा बाकी खूबसूरत स्थानों को देख सकते हैं।
तीसरे दिन: तीसरे दिन आप बचे हुए स्थानपर घूमने के लिए जा सकते हैं, आपको राजस्थान में ऊंट अनुसंधान केंद्र में जरूर जाना चाहिए, इसके अलावा अगर आप ऊंट के दीवाने हैं तथा ऊंट पर घूमना चाहते हैं तो आप यहां पर लगने वाले मेलों में भी भ्रमण कर सकते हैं, मंदिरों के आसपास मेले लगते हैं, वहां पर भी आप ऊंट की सवारी कर सकते हैं तथा जब आप राजस्थान में घूमने के लिए जाएंगे तो आपको कई स्थानों पर ऊंट मेले दिख जाएंगे।
नोखा में घूमने जाने का सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit In Nokha In Hindi
राजस्थान में आप किसी भी समय जाइए लेकिन आप ध्यान रखिए कि आपको अवश्य अमावस्या के समय नोखा का सफर करना चाहिए, क्योंकि अमावस्या में मंदिरों की खूबसूरती 10 गुना बढ़ जाती है, बिश्नोई मंदिरों में मेले लगते हैं तथा चारों तरफ माहौल मंत्र मुक्त कर देने वाला होता है।
वैसे राजस्थान एक गर्म इलाका है, इसलिए यहां पर ज्यादातर टूरिस्ट सर्दियों के महीना में आते हैं, अगर आप अधिक गर्मी सहन नहीं कर सकते तो आपको भी पिक टूरिस्ट सीजन में ही यहां पर आना चाहिए, गर्मियों में राजस्थान में भयंकर लू चलती है जो चमड़ी को उधेड़ सकती है।
नोखा में रुकने की जगह – Where To Stay In Nokha In Hindi
दोस्तों नोखा में रुकने की बहुत सी जगह हैं, मेरे बताए गए टूर प्लान के हिसाब से आप मंदिरों के पास में स्थित धर्मशालाओं में रुक सकते हैं, ऊपर बताए गए मुकाम मंदिर के पास में बहुत सी धर्मशालाएं हैं, जहां पर आप फ्री में ठहर सकते हैं, इसके अलावा देशनोक के मंदिर में भी रहने के स्थान है, नोखा में आपको रहने के स्थान की बिल्कुल भी चिंता नहीं करनी है, इसके अलावा अगर आप होटल में भी रुकना चाहते हैं तो 500 से 1000 रुपए में नोखा में आपको जबरदस्त होटल मिल जाएगा।
नोखा का प्रसिद्ध भोजन – Famous Food of Nokha In Hindi
दोस्तों राजस्थान में बहुत से पकवान सुप्रसिद्ध है, राजस्थान अपने लजीज और मसालेदार भोजन के लिए जाना जाता है, यहां के भोजन में तीखापन भोजन के स्वाद को बढ़ा देता है, अगर आप राजस्थान में जा रहे हैं तो आपको राजस्थानी थाली जरूर ट्राई करनी चाहिए, राजस्थानी थाली में आपको राजस्थान के कई प्रकार के पकवान मिलते हैं, आप सभी को एक साथ ट्राई कर सकते हैं।
राजस्थान में जाने वाले टूरिस्ट बीकानेरी भुजिया जरूर ट्राई करते हैं, आपको बीकानेरी भुजिया जरूर खाना चाहिए, इसके अलावा मिर्ची बड़ा तथा केर तथा सांगरी की सब्जी राजस्थान में अत्यधिक चाव से खाई जाती है।
इसके अलावा दाल बाटी चूरमा राजस्थान कि शान मानी जाती है।
नोखा कैसे जाएं? – How to reach Nokha?
1# सड़क मार्ग से नोखा कैसे जाएं? – How To Reach Nokha By Road In Hindi
नोखा बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है, तथा आप यहां पर पहुंचने के लिए कई मार्गों का उपयोग कर सकते हैं, अगर आप बीकानेर की साइड से आ रहे हैं तो बीकानेर से नोखा रेगुलर बस आती जाती है, आप आसानी से पहुंच सकते हैं या अगर आप अपनी कार से सफर कर रहे हैं तो भी आप मुख्य सड़कों से आसानी से नोखा में पहुंच सकते हैं।
2# ट्रेन से नोखा कैसे जाएं? – How To Reach Nokha By Train In Hindi
दोस्तों अगर आप नोखा में ट्रेन के माध्यम से आना चाहते हैं तो आप आसानी से पहुंच सकते हैं, नोखा में अपना एक रेलवे स्टेशन भी मौजूद है, अगर आप कहीं दूर से सफर कर रहे हैं और डायरेक्ट नोखा की ट्रेन नहीं है तो आप बीकानेर की ट्रेन ले सकते हैं तथा बीकानेर से रेगुलर ट्रेन नोखा में आती है।
3# हवाई जहाज से नोखा कैसे जाएं? – How To Reach Nokha By Flight In Hindi
दोस्तों अगर आप हवाई जहाज से नोखा में आना चाहते हैं तो बीकानेर एयरपोर्ट की सहायता ले सकते हैं, लेकिन यह एक सिविल एयरपोर्ट है, अगर यहां की फ्लाइट नहीं मिल रही है तो आप दिल्ली या जयपुर की फ्लाइट लेकर आ सकते हैं।
नोखा का नक्शा – Map of Nokha
FAQs:- टॉप 10 नोखा में घूमने की जगह और संपूर्ण यात्रा जानकारी
नोखा क्यों प्रसिद्ध है?
नोखा पास में स्थित सुप्रसिद्ध मुकाम मंदिर के लिए जाना जाता है, बिश्नोई संप्रदायके लोगों के मुख्य तीर्थ स्थल नोखा के आसपास ही पड़ते हैं, इसलिए यह एक प्रकार से हॉटस्पॉट भी माना जाता है।
नोखा कहां पर स्थित है?
नोखा बीकानेर जिले का एक शहर है तथा बीकानेर के पास में ही स्थित है।
नोखा जाने और घूमने में कितने रुपए खर्च हो सकते हैं?
नोखा जाने और घूमने में कितने रुपए खर्च होंगे, यह पूरी तरह से आप पर निर्भर करता है, मेरे बताए गए टूर प्लान के हिसाब से अगर आप यात्रा करते हैं तो नोखा आपके लिए अधिक महंगा नहीं रहेगा, क्योंकि रुकने तथा भोजन जैसी मुख्य व्यवस्थाओं का खर्च नोखा में काफी कम लगेगा, फिर भी अगर आप कैलकुलेट करना चाहते हैं तो सर्वप्रथम अपने स्थान से नोखा जाने का खर्च निकाल लीजिए।
मैंने आपको जितने भी पैलेस आर्टिकल में बताए हैं, वहां पर घूमने का अधिक पैसा नहीं लगता, 50 से 250 रुपए के बीच की टिकट में आप घूम सकते हैं, लेकिन मुख्य जगह मंदिर ही हैं जहां पर किसी प्रकार की कोई एंट्री फीस नहीं लगती है, भोजन आदि भी आप लंगर वगैरह में कर सकते हैं, यहां पर काफी शुद्ध और सात्विक भोजन मिलता है, इसके अलावा अगर आप होटल में खाना चाहते हैं तो 500 से हजार रुपए के बीच आपका एक समय का भोजन होगा तथा इतने ही रुपए आपके रहने के लगेंगे।
Nokha Tourist Place In Hindi
तो दोस्तों कैसा लगा आपको आज का यह आर्टिकल है, इस आर्टिकल में हमने नोखा में घूमने की जगहों के बारे में विस्तार से जानकारी ली है, आशा करूंगा कि आपको यह जानकारी पसंद आई है तथा आप इस जानकारी को आगे भी शेयर करेंगे, इस आर्टिकल में हमने नोखा में घूमने की 10 मुख्य जगहों के बारे में विस्तार से जाना है, हालांकि नोखा में अधिक घूमने की जगह नहीं है, लेकिन जितनी जगह है वह काफी प्रसिद्ध तथा महत्वपूर्ण है इसलिए मैंने आपको नोखा के पास में स्थित बीकानेर के आसपास के कुछ स्थलों के बारे में भी बताया है।
इस आर्टिकल में हमने नोखा में घूमने के स्थानों के साथ-साथ यहां पर रुकने की जगह नोखा के प्रसिद्ध भोजन तथा एक छोटे टूर प्लान के बारे में भी बताया है, मिलते हैं आपसे किसी नए आर्टिकल में नई जानकारी के साथ।
जय हिंद, जय भारत।