भारत के उत्तरी पश्चिमी राज्य राजस्थान में स्थित बीकानेर एक विश्वविख्यात एवं सुप्रसिद्ध पर्यटक स्थल है। बीकानेर भारत का एक प्राचीन नगर है, जिसकी स्थापना महाभारत के समय में हुई थी तथा उस समय बीकानेर का नाम जांगल प्रदेश हुआ करता था।
एक तेजस्वी एवं वीर राजा राव जोधा जिन्होंने जोधपुर की स्थापना की थी, उनके पित्र राव बीका ने 1465 में जांगल प्रदेश में राठौड़ वंश की स्थापना तथा 1488 ईस्वी में एक जाट राजा नेरा जाट के साथ मिलकर बीकानेर राज्य की स्थापना की थी। बीकानेर के स्थानीय निवासी अक्षय तृतीया के दिन बीकानेर का स्थापना दिवस मूंग बाजरे की खिचड़ी बाँटकर तथा पतंग उड़ाकर मनाते है।
बीकानेर में बनने वाले भुजिया तथा रसगुल्ले पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। विश्व भर में प्रसिद्ध बीकानेर में आपको राजस्थानी परंपरागत संस्कृति, रीति रिवाज तथा राजपूताना वास्तुकला एवं शिल्प कला की झलक देखने को मिलेगी। दोस्तों चलिए आपका ज्यादा समय न लेते हुए इस विश्व विख्यात शहर में घूमने की 10 सुप्रसिद्ध जगह के बारे में आपको विस्तार पूर्वक जानकारी देते हैं।
Table of Contents
बीकानेर में घूमने की जगह – Bikaner Me Ghumne ki Jagah
अपनी समृद्ध वास्तु कला एवं शिल्प कला तथा रोचक इतिहास के लिए विश्व प्रसिद्ध इस शहर में घूमने के लिए 10 प्रमुख जगहों के बारे में आपको आगे बता रहे है।
1. जूनागढ़ किला – Junagarh Fort
इस किले का निर्माण 16 वीं शताब्दी में राजा राय सिंह द्वारा करवाया गया था। राजपूताना काल की भव्यता और समृद्धि को दर्शाता यह किला दुश्मनों के द्वारा कभी भी जीता नहीं गया है।
उस समय के कारीगरों की शिल्प कौशल का अंदाजा इस किले की जटिल नकाशी और सुंदर पेंटिंग से लगाया जा सकता है। इस किले में स्थित आश्चर्यजनक महल और मंदिर राजपूत वास्तुकला का एक जीवंत उदाहरण है।
2. लालगढ़ पैलेस – Lalgarh Palace
लालगढ़ पैलेस का निर्माण महाराजा गंगा सिंह के द्वारा 20 वीं सदी की शुरुआत में करवाया गया था। इस पैलेस को अब होटल तथा संग्रहालय दोनों के रूप में उपयोग किया जाता है। यह पैलेस यूरोपीय वास्तुकला, मुगल वास्तुकला तथा राजपूत वास्तुकला तीनों का मिश्रण है।
इस पैलेस में आपको राजा महाराजाओं की पुरानी पेंटिंग, उनके द्वारा प्रयोग किए जाने वाले हथियार तथा तस्वीरे बहुत कुछ देखने को मिलेगा। इस किले के बड़े बगीचे और जटिल जाली निर्माण पर्यटकों को वैभव तथा शाही जीवन की झलक देते हैं।
3. करणी माता मंदिर – Karni Mata Temple
करणी माता मंदिर बीकानेर का एक सुप्रसिद्ध पर्यटक स्थल तथा धार्मिक स्थल है। इस मंदिर को चूहों का मंदिर भी कहा जाता है, क्योंकि इस मंदिर के प्रांगण में आपको लाखों की तादाद में चूहे देखने को मिलेंगे।
इन चूहों को बहुत ही पवित्र माना जाता है तथा दूर-दूर से भक्त उनके दर्शन करने को आते रहते हैं। ऐसा कहा जाता है कि किसी सौभाग्यशाली व्यक्ति को ही यहां पर सफेद चूहा देखने को मिलता है।
4. राष्ट्रीय ऊंट अनुसंधान केंद्र – National Research Centre on Camel
राष्ट्रीय ऊंट अनुसंधान केंद्र बीकानेर, राजस्थानका एक प्रमुख अनुसंधान केंद्र है क्योंकि राजस्थान के बालू माटी के टिब्बों के बीच ऊंटो का यहां की अर्थव्यवस्था और संस्कृति के अंदर महत्वपूर्ण योगदान है।
इस अनुसंधान केंद्र में आप ऊंट की विभिन्न नस्लों, उनकी रेगिस्तानी जीवन में भूमिका तथा ऊंट पालन के बारे में जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं। पर्यटक ऊंट के दूध उत्पादन तथा बीमारियों में उपयोग के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल कर सकते हैं।
5. गजनेर पैलेस – Gajner Palace
गजनेर पैलेस का निर्माण 20 वीं शताब्दी में महाराजा गंगा सिंह के द्वारा करवाया गया था। यह पैलेस राजपूताना जटिल शिल्प कौशल और डिजाइन के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है।
इसके हरे भरे बगीचे तथा खूबसूरत गलियारे आपको शांतिपूर्ण माहौल प्रदान करते हैं। उस समय मूल रूप से गजनेर प्लेस एक शिकार लॉज हुआ करता था जो बाद में महल में बदल दिया गया था।
6. जैन मंदिर भंडासर – Jain Temple Bhandasar
यह मंदिर बीकानेर में स्थित एक प्रमुख जैन मंदिर है जो जैन धर्म के पांचवें तीर्थंकर सुमतीनाथ को समर्पित है। 12 वीं शताब्दी में इस मंदिर को भंडासा ओसवाल के द्वारा बनवाया गया था। कहा जाता है कि इस मंदिर के निर्माण में पानी के बजाय 40,000 किलो घी का उपयोग किया गया था।
दीवारों पर बनी शानदार पेंटिंग और कलाकृतियों के लिए यह मंदिर प्रसिद्ध है। महावीर जयंती के उपलक्ष में यहां विश्व स्तरीय समारोह आयोजित किया जाता है जिसमें भाग लेने के लिए पूरी दुनिया से जैन साधु आते रहते हैं।
7. देवी कुंड सागर – Devi Kund Sagar
देवी कुंड सागर राठौड़ वंश के राजाओं का एक शमशान घाट है, जिसमें राठौड़ वंश के लगभग सभी राजाओं एवं रानियों तथा उनके हितेशियों की कब्रे हैं। संगमरमर से बनी यह शाही कब्रे बीते युग की कलात्मक सुंदरता, सुंदर नक्काशीदार डिजाइन तथा अनूठी वास्तुकला की एक अद्भुत झलक पेश करती है। यहां आपको हरे भरे सुसज्जित बाग बगीचे तथा विभिन्न प्रकार के पेड़ पौधे देखने को मिलेंगे।
8. गंगा सिंह संग्रहालय – Ganga Singh Museum
बीकानेर घूमने आने वाले पर्यटक अन्य संग्रहालय की जगह गंगा सिंह संग्रहालय में अधिक रुचि रखते हैं। इस संग्रहालय में आपको बहुत सी पुरातात्विक वस्तुएं देखने को मिलेगी जो की हड़प्पा काल के समाप्ति और गुप्त काल के आरंभ के समय की है।
इसके अलावा इस संग्रहालय में आपको राजपूत राजाओं द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले हथियार तथा बेहतरीन कालीन मिलेंगे, जिनकी नक्काशी बहुत ही जटिल और शानदार है।
9. श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर – Shri Laxminath Temple
श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर बीकानेर में स्थित एक प्रमुख पर्यटक स्थल एवं धार्मिक केंद्र है। इस मंदिर की जटिल नकाशी और मूर्तियों की वास्तुकला पर्यटकों को बहुत आकर्षित करती है। हरे भरे बाग बगीचों एवं फव्वारों के बीच स्थित यह मंदिर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को समर्पित है। राजस्थान की पारंपरिक वास्तुकला एवं शिल्प कला से सुसज्जित इस मंदिर मे आप मन को सुख देने वाली शांति तथा आध्यात्मिक माहौल का आनंद ले सकते हैं।
10. सादुल सिंह संग्रहालय – Sadul Singh Museum
सादुल सिंह संग्रहालय बीकानेर के लालगढ़ पैलेस के अंदर स्थित है। इस संग्रहालय में आपको बीकानेर के राठौर राजवंश से संबंधित बहुत सी कलाकृतियां, तस्वीरे तथा उनके द्वारा जीती गई ट्रॉफियां देखने को मिलेगी।
बीकानेर के तत्कालीन राजाओं की समृद्ध जीवन शैली एवं विविध रुचियां के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए यह संग्रहालय एक उचित स्थान है।
बीकानेर जाने और घुमने का यात्रा प्लान – Bikaner Travel Plan in Hindi
पहले दिन: पहले दिन की यात्रा प्लान में आप ऐतिहासिक चीजों और पारंपरिक संस्कृति को देखने के लिए जाएं। जिसमें सबसे पहले सुबह आप जूनागढ़ किला की यात्रा करें। फिर दोपहर के समय लालगढ़ पैलेस घूमने जाएं। लालगढ़ पैलेस के अंदर ही आपको सादुल सिंह संग्रहालय मिलेगा। फिर शाम के समय आप महाराजा गंगा सिंह संग्रहालय की यात्रा कर सकते है।
दूसरे दिन: दूसरे दिन के यात्रा प्लान में आप आध्यात्मिक जगहों एवं मंदिरों की यात्रा करें। जिसमें सबसे पहले आप बीकानेर शहर से 15 से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित करणी माता मंदिर जाए ओर वहां पवित्र चूहों के दर्शन करें। उसके बाद आप श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर के दर्शन करें और फिर दोपहर के समय जैन मंदिर भंडासर की यात्रा करें तथा आखिर में शाम के समय आप देवी कुंड सागर की यात्रा करें एवं शांत माहौल में समय व्यतीत करें।
तीसरे दिन: तीसरे दिन की यात्रा प्लान में आप बीकानेर के स्थानीय जीवन शैली को जानने के लिए वन्य जीवन तथा महल की यात्रा करें। इसमें सबसे पहले सुबह आप राष्ट्रीय ऊंट अनुसंधान केंद्र की यात्रा करें तथा ऊंटो के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्राप्त करें तथा उसके बाद आप गजनेर पैलेस जाए और इसकी वास्तु शिल्प प्रतिभा एवं खूबसूरत परिवेश का आनंद लें।
बीकानेर में घूमने जाने का सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit In Bikaner In Hindi
दोस्तों अगर हम बीकानेर घूमने जाने की सबसे अच्छा समय की बात करें तो हम आपको अलग-अलग ऋतुओं के तापमान और मौसम के बारे में बता देते हैं, जिससे आपको अपनी सुविधा अनुसार यात्रा प्लान बनाने में आसानी होगी।
सर्दियों के दिनों में अक्टूबर से मार्च के बीच में बीकानेर का तापमान 15 डिग्री से 25 डिग्री सेल्सियस तक रहता है तथा मौसम बेहद सुहावना होता है। इस समय के दौरान बालू मिट्टी के कारण आपको रात के समय सर्दी तथा दिन में आपको धूप का एहसास होगा।
अप्रैल से जून गर्मियों के महीना में बीकानेर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ जाता है, जिससे यहां पर बहुत ही ज्यादा गर्मी तथा भयंकर लू चलती है एवं मिट्टी के गुबार उड़ते रहते हैं। जिसकी वजह से पर्यटक इस समय के दौरान यहां पर आना पसंद नहीं करते हैं।
जुलाई से सितंबर मानसून के दिनों में बीकानेर का तापमानलगभग 20 से 30 डिग्री सेल्सियस तक रहता है, जिससे गर्मी से थोड़ी राहत मिलती है। परंतु कभी कभार भारी वर्षा का सामना भी करना पड़ सकता है।
इन सब ऋतुओं और तापमान को देखते हुए यही कहना उचित होगा कि बीकानेर की यात्रा के लिए अक्टूबर से मार्च सर्दियों का समय अत्यंत अनुकूल और आरामदायक होता है। इन दिनों में आप भयंकर गर्मी या भारी वर्षा से बच सकते हैं। सर्दियों मे सुबह के समय में बालू मिट्टी के टिब्बे ओस की वजह से हल्की बर्फ की परत से ढक जाते हैं जो बहुत ही मनमोहक लगते हैं।
बीकानेर में रुकने की जगह – Where To Stay In Bikaner In Hindi
बीकानेर में शानदार हेरिटेज होटल से लेकर बजट के गेस्ट हाउस तक आपको मिल जाएंगे। जैसे कि अगर आप लग्जरी होटल की तलाश में है तो आपको लालगढ़ पैलेस के एरिया में लक्ष्मी निवास और नरेंद्र भवन जैसे उच्च स्तरीय सुविधाओं वाले होटल मिल जाएंगे।
अगर आप मध्यम बजट में होटल तलाश रहे हैं तो स्टेशन रोड की तरफ और जूनागढ़ किला के एरिया में आपकोमध्यम बजट के बहुत ही शानदार और सुसज्जित होटल मिल जाएंगे। यदि आप सामान्य तरीके से कम बजट के होटल तलाश रहे हैं तो पुराने बीकानेर शहर के एरिया में आपको 500 से 700 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से बहुत से होटल मिल जाएंगे।
इन होटलो के अलावा बीकानेर में रुकने के लिए बहुत से गेस्ट हाउस और धर्मशालाएं हैं, जिनमें से बिश्नोई धर्मशाला में आप बिना किसी शुल्क के रुक सकते हैं तथा भोजन प्राप्त कर सकते हैं। बीकानेर में स्थानीय निवासियों के घरों में रुकने का भी एक विकल्प आपको मिलता है।
बीकानेर का प्रसिद्ध भोजन – Famous Food of Bikaner In Hindi
बीकानेर के प्रसिद्ध भोजन में आपको राजस्थान के अद्भुत व्यंजनों की भरमार देखने को मिलेगी। बीकानेर अपने शुद्ध और स्वादिष्ट भोजन के लिए पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध है। यहां के लगभग सभी भोजनों में देसी घी का उपयोग किया जाता है, जिसकी वजह से बीकानेर के सभी भोजन स्वादिष्ट है।
परंतु उनमें से कुछ पर्यटकों की पहली पसंद रहते हैं जैसे बीकानेरी भुजिया, घेवर, पापड़ और अचार, दाल बाटी चूरमा, राज कचौरी, रसगुल्ला तथा ठंडाई इत्यादि इनका स्वाद बीकानेर की यात्रा के दौरान आपको अवश्य चखना चाहिए।
बीकानेर कैसे जाएं? – How to reach Bikaner?
1# सड़क मार्ग से बीकानेर कैसे जाएं? – How To Reach Bikaner By Road In Hindi
बीकानेर शहर राजस्थान के अन्य शहरों तथा आसपास के राज्यों से सड़कों के द्वारा अच्छी तरह से संपर्क में है। राजस्थान के प्रमुख शहर जैसे जयपुर, जोधपुर, उदयपुर इत्यादि शहरों तथा देश की राजधानी दिल्ली से बहुत सी सरकारी एवं प्राइवेट बसें बीकानेर के लिए चलती रहती है। बीकानेर शहर के अंदर घूमने के लिए भी आपको बहुत ही चौड़ी तथा साफ सुथरी सड़के मिल जाएगी, जिससे आपकी यात्रा में आपको किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
2# ट्रेन से बीकानेर कैसे जाएं? – How To Reach Bikaner By Train In Hindi
बीकानेर रेलवे जंक्शन बीकानेर का प्रमुख रेलवे स्टेशन है जो देश के महत्वपूर्ण शहरों जैसे दिल्ली, जयपुर, जोधपुर, मुंबई, बेंगलुरु इत्यादि से जुड़ा हुआ है। इन शहरों से बहुत सी लोकल और सुपरफास्ट ट्रेन बीकानेर के लिए नियमित तौर पर चलती रहती है।
3# हवाई जहाज से बीकानेर कैसे जाएं? – How To Reach Bikaner By Flight In Hindi
हवाई यात्रा के लिए वैसे तो बीकानेर में शहर से 17 किलोमीटर दक्षिण की ओर नल हवाई अड्डा स्थित है पर उसके लिए सीमित हवाई यात्राएं हैं। मुख्य रूप से जयपुर हवाई अड्डा बीकानेर का प्रमुख हवाई अड्डा है, जिसके लिए देश के प्रमुख शहरों से हवाई यात्राएं नियमित रूप से चलती रहती है। जयपुर से आप बीकानेर तक बस या टैक्सी के माध्यम से पहुंच सकते हैं।
बीकानेर का नक्शा – Map of Bikaner
FAQs:- टॉप 10 बीकानेर में घूमने की जगह और संपूर्ण यात्रा जानकारी
बीकानेर क्यों प्रसिद्ध है?
बीकानेर राजस्थान की परंपरागत जीवन शैली, परंपराओं, आध्यात्मिक महत्व तथा बीकानेरी भुजिया और रसगुल्ला के साथ-साथ अपने मंदिरों और महलों की वास्तुकला और शिल्प कला के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है।
बीकानेर कहां पर स्थित है?
बीकानेर भारत के एक महत्वपूर्ण राज्य राजस्थान के उत्तर पश्चिम में देश की राजधानी दिल्ली से 441 किलोमीटर दूर, थार रेगिस्तान में स्थित है। चूरू, जयपुर, जोधपुर जैसे प्रमुख जिलों एवं पड़ोसी राज्य पाकिस्तान से इसकी सीमाएं लगती है।
बीकानेर जाने और घूमने में कितने रुपए खर्च हो सकते हैं?
बीकानेर में जाने और घूमने में कितने रुपए खर्च होंगे यह पूरी तरह से आप पर निर्भर करता है। सबसे पहले तो आप जहां भी रहते हैं अपने स्थान से बीकानेर जाने के खर्च के बारे में संपूर्ण जानकारी ले लीजिए। अगर आप हवाई यात्रा करेंगे तो आपके लिए महंगा पड़ेगा, इसके अलावा अगर आप ट्रेन से जाते हैं तो आपको बीकानेर की यात्रा सस्ते में पड़ सकती है।
इसके अलावा यहां पर रहने और खाने-पीने का खर्च लगेगा। रहने का खर्च बीकानेर में आप एक आम होटल 1000 से 1500 के बीच एक रात के लिए ले सकते हैं। लगभग इतने ही रुपए में आप एक समय का भोजन भी यहां पर कर पाएंगे।
इसके अलावा मैंने ऊपर जितनी भी जगह बताई है उनमें से ज्यादातर जगह घूमने के लिए फ्री है और अगर किसी जगह पर टिकट लगती है तो डेढ़ सौ से ढाई सौ रुपए के बीच टिकट का खर्च मान लीजिए। इससे आप अपने यात्रा प्लान के हिसाब से बीकानेर घूमने का खर्च निकाल सकते हैं।
Bikaner Tourist Place In Hindi
तो दोस्तों कैसा लगा आपको आज का यह आर्टिकल, इस आर्टिकल में हमने बीकानेर में घूमने के बारे में संपूर्ण जानकारी ली है, मुख्यतः यहां पर हमने बीकानेर में घूमने के मुख्य 10 जगह के बारे में जानकारी ली है, इसके अलावा हमने बीकानेर में घूमने और खाने पीने के बारे में जानकारी ली और इसी के साथ हमने आपको एक छोटा यात्रा प्लान भी बताया, आशा करूंगा कि आपको यह सारी जानकारी पसंद आई होगी, अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी है तो इसे अपने करीबी साथियों के साथ जरूर साझा करें, मिलते हैं आपसे किसी नई और बेहतरीन जानकारी में।
जय हिंद, जय भारत।